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XLRI जमशेदपुर को केस एंड सिमुलेशन प्रतियोगिता में मिला यूएस अवार्ड, एक्सएलआरआई के दो प्रोफेसर के रिसर्च को प्रथम स्थान - जमशेदपुर न्यूज

XLRI जमशेदपुर ने नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है. एक्सएलआरआई को यूस अवार्ड से नवाजा गया है. ई-पीएआरसीसी टीचिंग केस और सिमुलेशन प्रतियोगिता में एक्सएलआरआई के दो प्रोफेसर के रिसर्च को प्रथम स्थान हासिल हुआ है.

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XLRI Jamshedpur Gets US Award

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 5, 2023, 2:41 PM IST

जमशेदपुरः एक्सएलआरआई को 17वीं ई-पीएआरसीसी टीचिंग केस और सिमुलेशन प्रतियोगिता में यूएस अवार्ड से नवाजा गया है. इस स्पर्धा का आयोजन अमेरिका के सिरैक्यूज यूनिवर्सिटी के मैक्सवेल स्कूल ऑफ सिटीजनशिप एंड पब्लिक अफेयर्स की ओर से आयोजित किया गया था. एक्सएलआरआई के केस रिसर्च एंड सिमुलेशन डिपार्टमेंट सेंटर (एक्सएल-सीआरएसडीसी) द्वारा टीचिंग केस स्टडी जीईडब्ल्यूईएल जाम्बिया में लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए स्थायी समाधान शीर्षक पर प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी और बेनुधर साहू द्वारा तैयार रिसर्च को प्रथम स्थान हासिल हुआ है.

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जाम्बिया में लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लिखा था रिसर्चः एक्सएलआरआई की ओर से प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी और बेनुधर साहू को अंतरराष्ट्रीय विकास में संघर्ष और सहयोग मामले में तैयार किए गए रिसर्च को लेकर यह सम्मान मिला है. इस मामले में औपचारिक, सर्वसम्मति उन्मुख, विचार-विमर्श वाली सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रियाओं की गणना की गई, जिन्हें जाम्बिया की महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए डिजाइन की गई जीईडब्ल्यूईएल परियोजना में लागू किया गया था. प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी और बेनुधर साहू द्वारा जाम्बिया में लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सतत समाधान शीर्षक वाले केस स्टडी और रिसर्च रिपोर्ट लिखा गया.

प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी ने जतायी खुशीःइस उपलब्धि पर XLRI जमशेदपुर के प्रोफेसर त्रिलोचन त्रिपाठी ने कहा कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीतने के बाद हमें सहयोग की अवधारणा पर और अधिक मामले लिखने की प्रेरणा मिली है. जिसने समकालीन दुनिया में प्रासंगिकता हासिल कर ली है. यह व्यक्तियों और संगठनों को समस्याओं के निदान करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने में मददगार है. इसे किसी भी सरकारी या निजी संस्था द्वारा अकेले प्रबंधन नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि हमने पता लगाया कि कैसे जाम्बिया में महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए औपचारिक, सर्वसम्मति उन्मुख, विचार-विमर्श वाली सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया को GEWEL परियोजना लागू की गई.

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