जमशेदपुर: जल जीवन मिशन के तहत जिलास्तरीय एकदिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन साकची स्थित रवींद्र भवन के प्रेक्षागृह में किया गया. इसका उदघाटन बहरागोड़ा विधायक समीर महंती, पोटका विधायक संजीव सरदार और उपायुक्त सूरज कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
जल जीवन मिशन के तहत कार्यशाला का आयोजन, 2024 तक हर घर में नल का जल पहंचाने का लक्ष्य - जमशेदपुर में जल जीवन मिशन के तहत कार्यशाला का आयोजन
जमशेदपुर में जल जीवन मिशन के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान लोगों से जल संरक्षण को लेकर अपील की गई.
शहर से गांव तक गहरा रहा जल संकट
कार्यशाला के दौरान पेयजल स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता की ओर से इस मिशन के तहत हर घर जल योजना से जोड़ने के साथ विद्यालय, स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्रों में नल जल सुविधा उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया गया. इस अवसर पर पोटका विधायक संजीव सरदार ने कहा कि दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण वस्तु जल है और शहर से गांव तक जल संकट देखने को मिल रहा है. अगर हमलोग इसे गंभीरता से नहीं लेंगे तो आने वाले दिनों में पानी के लिए वर्ल्ड वार हो सकता है. हम सभी को समय रहते सचेत होने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि सभी लोगों को स्वच्छ जल मिल सके. इसके लिए लगातार प्रयास भी किया जा रहा है.
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2024 तक 85 फीसदी घरों को नल-जल योजना से जोड़ने का लक्ष्य
वहीं, बहरागोड़ा विधायक समीर महंती ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी कई जगहों पर प्राचीन व्यवस्था से जल प्राप्त करने की खबरें सामने आती हैं, जो सोचनीय विषय है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग दूर से प्राकृतिक जल स्रोत से पेयजल ला रहे हैं. इस हालात को बदलने के लिए यह योजना है. इसे हम सभी को सामूहिक प्रयास से सफलता पूर्वक क्रियान्वित करना है. मानव समाज कल्याण को लेकर राज्य सरकार हमेशा प्रयासरत है. उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में मौजूद हर घर को जल्द नल से जल पहुंचाने की योजना है. ग्रामीण क्षेत्र के करीब 45 हजार घरों को नल-जल योजना से आच्छांदित किया जा चुका है. कुल 3 लाख 6 हजार घरों में से 15 फीसदी घर को नल-जल योजना से जोड़ा जा चुका है. शेष 85 फीसदी घरों को साल 2024 तक जोड़ने का लक्ष्य है.