जमशेदपुरः लौहनगरी के सुंदरनगर में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं ने ढोल नगाड़े की धुन पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया. खुद से निर्मित सामान का स्टॉल लगाकर अपनी कामयाबी का परिचय दिया है. ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि वो पहले घर में सिमट कर रहती थीं, अब समूह से जुड़कर अपनी पहचान बना रही हैं. वहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की कोल्हान प्रमुख ने बताया कि आज महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की जरूरत है.
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भविष्य के प्रति जागरूक होने के लिए जानकारियां
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में समाज की प्रबुद्ध महिलाओं की ओर से ग्रामीण महिलाओं को उनके भविष्य के प्रति जागरूक होने के साथ कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई. इस मौके पर समूह की महिलाओं की ओर से खुद से निर्मित सामान का स्टॉल लगाया गया. ग्रामीण महिलाओं ने ढोल-नगाड़े की धुन पर अपनी परंपरा के अनुसार थिरकते हुए महिला दिवस की खुशियां मनाई.
ग्रामीण महिलाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने पहुंची वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की कोल्हान प्रमुख सुमन कंडुलना ने बताया कि आज महिला सभी क्षेत्र में आगे है, लेकिन उनमें अभी भी पुरानी भ्रांतियां हैं जिसके लिए उन्हें जागरूक करने की जरूरत है. उन्होंने बताया है कि यह देखा गया है कि झारखंड में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अभाव है, जिसके कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लानी होगी. इधर समूह से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं में इस बात की खुशी है कि वो आज अपने पैरों पर खड़ी हैं.