जमशेदपुरः बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत सोमवार से पूर्वी सिंहभूम जिले में पानी रोको-पौधा रोपो अभियान शुरू की गई. उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के निर्देश के आलोक में निदेशक एनईपी ज्योत्सना सिंह ने उक्त योजना का शुभारंभ पटमदा प्रखंड से किया. मौके पर निदेशक एनईपी, पटमदा बीडीओ शंकराचार्य समद, सीओ रंजीत लोहरा, मनरेगा टीम तथा अन्य पदाधिकारियों ने पौधारपण किया.
पानी रोको-पौधा रोपो अभियान निदेशक एनईपी ने बताया कि लॉकडाउन में बिगड़ी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल देने के उद्देशय से मनरेगा के तहत तीन महत्वपूर्ण और महत्वकांक्षी योजनाओं का शुभारंभ राज्य सरकार की ओर से किया गया है. जिनमें नीलांबर पितांबर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना शामिल है.
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प्रवासियों को उपलब्ध कराया जा रहा जॉब कार्ड
निदेशक एनईपी ने बताया कि जिले के सभी पंचायत के गांवों में कम से कम 05 योजनाएं चलाई जाएगी. इन योजनाओं के माध्यम से स्थानीय और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिया जाएगा. इसके लिए जिन प्रवासी श्रमिकों का जॉब कार्ड नहीं है, उनका जॉब कार्ड बनाया जा रहा है. इसके साथ ही क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद प्रवासी श्रमिकों को इन योजनाओं से जोड़कर स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से प्रतिदिन पंचायतों में कम से कम 200 से 250 मानव दिवस के सृजन का लक्ष्य रखा गया है. योजनाओं के क्रियान्वयन से एक ओर बड़ी आबादी को रोजगार मिलेगी, वहीं दूसरी ओर जल संरक्षण और मृदा संरक्षण कर भू-जल स्तर को उपर उठाया जा सकेगा. इसके अलावा सभी प्रखंडों में सोमवार को मिक्स्ड फ्रूट एंड मैंगो प्लांटेशन के लिए भी गड्ढा खोदने का कार्य शुरू किया गया है और जल संरक्षण के लिए टीसीबी योजना का भी कार्यान्वयन मनरेगा के तहत किया जा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को पंचायत और ग्रामस्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.
पानी रोको-पौधा रोपो अभियान