जमशेदपुर: शहर के बिष्टुपर स्थित टाटा स्टील कैनल क्लब के डॉग्स ने 'डॉग ऑफ द ईयर' और 'रिजर्व डॉग ऑफ द ईयर' का खिताब हासिल किया है. इसके लिए इन श्वानों को सम्मानित किया गया. देशभर में आयोजित डॉग शो प्रतियोगिता 2020 का डॉग ऑफ द ईयर और रिजर्व डॉग ऑफ ईयर का खिताब क्लब के श्वान ब्यूटी और सीजे ने जीता (Beauty and CJ won National Dog Show Competition 2020) है. दोनों के प्रशिक्षकों ने 11 सितंबर को चेन्नई में सम्मन प्राप्त किया और अब वापस शहर लौटे हैं.
इसे भी पढ़ें:नामीबिया से भारत पहुंचे 8 चीते, ग्वालियर में लैंड हुआ विशेष विमान
पांच सालों से बादशाहत कायम!: सम्मान प्राप्त कर वापस शहर लौटे टाटा स्टील कैनल क्लब के अधिकारियों ने बताया कि 2016 से लेकर 2020 तक टाटा स्टील कैनल क्लब के डॉग्स ने इस खिताब पर कब्जा बरकरार रखा है. हालांकि, 2019 में टाटा स्टील के श्वान इस खिताब को मामूली अंतर से लेने से चूक गए थे. लेकिन, 2020 में टाटा स्टील के श्वानों ने जबरदस्त वापसी की है. उन्होंने बताया कि देशभर में आयोजित होने वाले डॉग शो के आधार पर इसका चयन किया जाता है. करीब 200 श्वानों के बीच यह प्रतिस्पर्धा आयोजित होती है. बता दें, पिछले दो सालों में कोरोना की वजह से इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया जा सका था.
टाटा स्टील कैनल क्लब के डॉग्स ने 200 श्वानों को दी शिकस्त, लगातार 5वीं बार जीता खिताब! - Jharkhand News
जमशेदपुर के टाटा स्टील कैनल क्लब (Tata Steel kennel Club) के श्वान ब्यूटी और सीजे ने साल 2020 के डॉग ऑफ द ईयर और रिजर्व डॉग ऑफ द ईयर का पुरस्कार हासिल किया है. क्लब के अधिकारियों ने बताया कि देशभर में कैनल बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित डॉग शो (National Dog Show Competition 2020) में शामिल 200 श्वानों को टाटा के श्वानों ने शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया है.
ईस्टर्न इंडिया का सबसे बड़ा कैनल: टाटा स्टील कैनल क्लब के बाड़े में शामिल ब्यूटी और सीजे जर्मन शेफर्ड प्रजाति का है. डॉग हैंडलरो ने बताया कि जर्मन शेफर्ड ब्रीड ने ही खूंखार आतंकवादी लादेन को पाकिस्तान के एप्टाबाबद से खोज निकाला था. जमशेदपुर में ईस्टर्न इंडिया का सबसे बड़ा कैनल टाटा का है. यहां के डॉग्स नाइट गार्ड की ड्यूटी से लेकर विस्फोटों को ढूंढने में माहिर हैं. शहर में होने वाले सभी प्रकार के आपराधिक मामलों में ये जिला पुलिस की भी मदद करते हैं.
जनवरी में होगा तीन रिंग शो का आयोजन: कैनल के सेक्रेट्री अभय कुमार सिंह ने बताया कि इस कैनल की शुरुआत 1969 में हुई थी. उस वक्त उनके पास केवल चार पब्स थे. जिसके बाद 1971 में टाटा स्टील कैनल क्लब के लिए 6 एकड़ जमीन दी गयी. तब से लेकर अब तक कुल 25 नस्लों के कुत्ते हैं. वहीं इन्हें क्लास 6 और क्लास 7 का श्रेष्ठ माना जाता है. वहीं कैनल क्लब द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन 6, 7 और 8 जनवरी को आयोजित की जाएगी. इस दौरान तीन रिंग शो का आयोजन किया जाएगा.