जमशेदपुरः इन दिनों पूरे शहर में चर्चा है कि 86 बस्ती के तहत आने वाले बिरसानगर के मोची बस्ती और विद्यापति नगर के सैकड़ों घर टूट जाएंगे. कुछ पुराने मामलों का हवाला देकर बताया जा रहा है कि टाटा स्टील के पक्ष में डिग्री हुई है. टाटा स्टील के प्रतिनिधियों ने दोनों बस्तियों का सर्वे किया, जिसके बाद से खबर आग की तरह फैल गई है और लोगों में हड़कंप मच गया है.
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नहीं मिला नोटिस
अभी तक किसी को लिखित नोटिस नहीं मिली है. जमशेदपुर कोर्ट में चल रहे इस मामले में कभी बस्ती वासियों को न पहले नोटिस मिला और न अब तक मिला. इस मामले में कोर्ट में सुनवाई भी होनी है. बुधवार को बड़ी संख्या में बिरसानगर जोन नंबर 8 की मोची बस्ती के लोग कोर्ट परिसर में पहुंचे. जहां उन्होंने कानूनी जानकारी लेने की कोशिश की. उन लोगों ने अपने अधिवक्ता को बताया कि कभी नोटिस आया ही नहीं. साथ ही बस्ती वासियों का कहना है कि उनकी बस्ती उन 86 बस्ती में आती है, जो सालों पहले टाटा लीज से मुक्त हो चुकी है. बस्ती वासियों का कहना है कि वहां वे लोग दो पीढ़ियों से रह रहे हैं. उनके आधार और राशन कार्ड बने हुए हैं. विधायक फंड से विकास कार्य हुए हैं और टाटा स्टील ने भी स्कूल बना कर दिया है. टाटा स्टील ने 1985 में एक केस किया था जिसकी 1991 में डिग्री हो जाने का दावा है. उसी डिग्री को लेकर एग्जीक्यूशन के लिए टाटा स्टील की ओर से जमशेदपुर कोर्ट में एक मामला चल रहा है. जिसकी कोई भी नोटिस बस्ती वासियों को नहीं मिली है.