जमशेदपुरः गुरुवार देर शाम द्वारका शारदापीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य सदानंद सरस्वती जमशेदपुर पहुंचे. उन्होंने जुगसलाई स्थित अपने भक्त के निवास स्थान पर ठहरे. मीडिया से बातचीत पर उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन हमारी कमजोरी है, इसे रोकने के लिए सबों को पहल करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि देश की सरकार ने मुश्किलों में कई अच्छे काम किये हैं अभी और काम करने की जरूरत है.
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती जुगसलाई स्थित एक भक्त के यहां पहुंचे, जहां उनके आने की खबर पाते ही अन्य भक्तों का तांता लग गया. मीडिया से बातचीत के क्रम में शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म परिवर्तन हमारी कमजोरी है और परिवर्तन करवाने वाले अज्ञानी हैं, आज इस समस्या से निपटने के लिए हम सभी लोगों को मिलकर पहल करने की दरकार है. उन्होंने कहा कि जो शासन में है और जो धनी लोग हैं वे धनी लोगों को ही धन देते हैं गरीबों के बीच जाकर काम नहीं करते हैं.
वर्तमान में जो एनजीओ आदिवासी क्षेत्रों में काम करते है उनके लिए विदेशों से जो फंड आ रहे हैं उसमें इनकम टैक्स और जीएसटी की छूट दी जा रही है. सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए कि यह फंड सेवा के लिए आ रहा है या धर्म परिवर्तन के लिए. उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार धर्म परिवर्तन कदापि नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि उनके गुरु जमशेदपुर में आते रहे हैं मैं काफी पहले आया था, झारखंड पूर्व की अपेक्षा बदलाव हुआ है. वहीं केंद्र सरकार को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार ने कई चुनौती भरे मुद्दे को खत्म कर एक नई दिशा देने का काम किया है चाहे कश्मीर का मामला हो या राम मंदिर का, सरकार ने ऐतिहासिक काम किया है पर अभी और कुछ करने की जरूरत है.
पश्चिमी सिंहभूम जिला के चाईबासा मनोहरपुर स्थित समीज आश्रम (विश्व कल्याण आश्रम) में पांच दिवसीय निशुल्क चिकित्सा शिविर में भाग लेने के लिए वो झारखंड आए हैं. इसी कड़ी में द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती महाराज गुरुवार को जमशेदपुर पहुंचे. जहां उनके भक्तों ने स्वामीजी का आशीर्वाद लिया. बता दें कि शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के ब्रह्मलीन होने के बाद अब उनके उत्तराधिकारी शिष्य शंकराचार्य सदानंद सरस्वती जी महाराज हैं.