जमशेदपुर:नवरात्र में मां दुर्गा की प्रतिमा शहर के अलग-अलग स्थानों पर स्थापित की जाती है. मां दुर्गा की प्रतिमा को मूर्त रूप देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. शहर में मूर्ति बनाने वाले कलाकार इसे अंतिम रूप देने में लगे है. हालांकि कलाकारों के चेहरे मे मायूसी है. क्योंकि कोविड-19 के लेकर राज्य सरकार ने दुर्गा पूजा को लेकर दिशा निर्देश जारी किया है. जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मां दुर्गा की प्रतिमा की ऊचाई चार फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
जमशेदपुर: दुर्गा मां की छोटी मूर्ति बनाने का मिला रहा ऑर्डर, कारीगरों को हो रहा नुकसान
जमशेदपुर में दुर्गा मां की प्रतिमा तैयार की जा रही है. दुर्गा मां की प्रतिमा को आज से पूजा कमेटी पंडाल ले जा रहे है. वहीं मूर्ति बनाने वाले कारीगर का कहना है कि इस बार छोटी मूर्ति बनाने के निर्देश के चलते काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.
छोटी हो गई मां दुर्गा की प्रतिमा
इस सबंध में साकची के काशीडीह में मूर्ति बनाने वाले वासुदेव पाल ने बताया कि दुर्गा पूजा को लेकर प्रतिमा बनाने का काम अंतिम चरण में है. उन्होंने कहा कि पहले मूर्ति पंद्रह फीट तक का होता था, इस बार सरकार के आदेश के कारण मात्र चार फीट का ही बनना पड़ रहा है. पहले के तरह ऑर्डर इस बार भी हमें मिले हैं, छोटी प्रतिमा बनाने का ऑर्डर मिला है.
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मूर्ति की साइज को लेकर जताई आपत्ति
पहले एक मूर्ति की कीमत 60 से 65 हजार तक जाती थी. इस बार सिमट कर दस से पंद्रह हजार रुपये में सिमट कर आ गई है. उन्होंने सरकार की तरफ से मूर्ति की साइज पर देरी से फैसला लिए जाने पर आपत्ति जताई है. उसने बताया कि मूर्ति बनाने के लिए बंगाल से कालाकार को बुला कर लाते है. इतनी कम कीमत पर किसको कितना पैसा दे समझ नहीं आ रहा है. सरकार की ओर हम लोगों को राहत के नाम पर कोई पकैज की घोषणा नहीं की गई है.