पूर्वी सिंहभूम: जिले में लॉकडाउन के बीच गर्भवती महिलाओं के लिए पहुंच रहा पौष्टिक आहार अब घोटाले के आरोप लगने लगे हैं. दरअसल कीताडीह के ग्रामीणों ने आंगनबाड़ी सेविकाओं पर गर्भवती महिलाओं के लिए आहार घोटाला करने का आरोप लगाया है.
लोगों का सीधे तौर पर कहना है की सरकार के दिए जा रहे पौष्टिक आहार गर्भवती महिलाओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. आंगनबाड़ी सेविका सरकार की इस योजना को जरूरतमंदों तक नहीं पहुंचने दे रही है. इधर, पंचायत समिति सदस्यों ने इस मामले को लेकर सीडीपीओ से मुलाकात कर पूरे मामले की जांच कर आंगनबाड़ी सेविकाओं पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
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पूर्वी सिंहभूम जिला में आंगनबाड़ी सेविकाओं की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है. एक तरफ लोग लॉकडाउन के कारण दाने-दाने को मोहताज है. तो दूसरी तरफ सरकार की योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब मजदूरों तक नहीं पहुंच रही है. गरीबों के लिए महीने भर के लिए आए अनाज में भी घोटाला किया जा रहा है. लॉकडाउन के बीच गरीबों के लिए महीने भर का राशन राज्य सरकार देती है पर कीताडीह में पंचायत समिति की महिला अध्यक्ष का कहना है कि कुल 135 लोगों को अनाज नहीं दिया गया है.