जमशेदपुर:शहर के बागबेड़ा के रहने वालेगोविंद पाठक ने अपने अभिनय से फिल्म जगत में छाप छोड़ी है. सत्यजीत रे की लिखित और निर्देशित बंग्ला फिल्म पाथेर पांचाली, अपराजितो अब गोविंद पाठक के प्रयास से मैथिली भाषा में भी देखने को मिलेगी. दोनों फिल्म बेजोड़ एप के अलावा यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है. हालांकि दोनों फिल्मों के नाम में परिवर्तन कर दिया गया है. पाथेर पांचाली का नाम बाटक गीत रखा गया है. वहीं अपराजितो फिल्म का नाम अपराजित रख दिया गया है.
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बाटक गीत फिल्म की पूरी डबिंग मुंबई में हुई है. वहीं अपराजित फिल्म की डबिंग जमशेदपुर में की गई है. अपराजित फिल्म में डबिंग करने वाले सभी कालाकार भी जमशेदपुर के हैं. हालांकि इसमें एक कलाकार मनोरमा मिश्रा मुंबई की रहने वाली हैं. इन सभी फिल्मों को चंपारण टॉकीज प्रोडक्शन की ओर से रिलीज किया गया है. वहीं, तीसरी फिल्म अप्पुर संसार की मैथली में डबिंग की जा रही है, जिसका नाम अप्पू का संसार रखा गया है. इस फिल्म को भी 20 अप्रैल तक रिलीज कर दिया जाएगा और इसे भी बेजोड़ एप और यूट्यूब पर देखा जा सकेगा.
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क्या कहते हैं गोविंद पाठक
फिल्म का निर्देशन कर रहे गोविंद पाठक ने बताया कि मैथली भाषा के समर्वघन के उद्देश्य से इस प्रकार की फिल्म बनाई गई है, जिससे लोगों को मैथिली के प्रति लगाव हो सके. उन्होंने इस फिल्म के एक वाक्या के बारे में भी ईटीवी भारत से बताया. उन्होंने बताया कि जब इस फिल्म की डबिंग चल रही थी, तब एक कलाकार इस मैथिली फिल्म के प्रति इतनी उत्सुक थी कि उसने पूछा कि धोती पहन लिया क्या? क्योंकि वो व्यक्ति पैंट शर्ट पहन कर आया था. उन्होंने बताया कि मैथली क्षेत्र में यह नया प्रयोग है, पिछले साल नीतिन चन्द्रा ने अपने सोशल साइट पर लिखा था कि सत्याजीत रे की फिल्मों को मैथिली में डबिंग की आवश्यकता है, नीतिन चन्द्रा ने उनकी फिल्म में मिथिला माखन में काम किया था, उसके बाद उनसे उन्होंने संपर्क किया और वो तैयार हो गए, उसके बाद सबसे पहले पाथेर पंचाली को मैथिली में डब किया गया, जो मुंबई में हुआ, इस फिल्म में डबिंग के सारे कालाकार मुंबई के थे, फिल्म को 20 फरवरी को रिलीज किया गया.
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जमशेदपुर में अपराजितो की डबिंग