जमशेदपुर: राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह भाजपा झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने दो दिवसीय जमशेदपुर प्रवास के तहत मंगलवार को जमशेदपुर पूर्वी एवं जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा की विशाल जनसभा को संयुक्त रूप से संबोधित किया. राज्यव्यापी संकल्प यात्रा की कड़ी में जमशेदपुर पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का पारंपरिक रीति-रिवाज से स्वागत किया गया.
हेमंत सरकार जनता की चिंता छोड़कर भरने लगे हैं परिवार की तिजोरी, 2024 में जनता सिखाएगी सबक: बाबूलाल - Jharkhand news
रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी ने जमशेदपुर में संयुक्त रूप से एक सभा को संबोधित किया. इस दौरान दोनों ने जमकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा. इन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धियों को भी बताया. Babulal Marandi targeted Hemant government
Published : Oct 10, 2023, 10:21 PM IST
|Updated : Oct 10, 2023, 10:26 PM IST
सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के चार साल पूरा होने को है, लेकिन इन चार वर्षों में झारखंड विकास के रास्ते से विनाश के रास्ते पर बढ़ रहा है. राज्य में जब-जब झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार आई है, तब-तब सिर्फ लूट-खसोट और तिजोरी भरने की संस्कृति देखने को मिली है. मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन कहते हैं कि उन्होंने महाजनों से लड़ाई की है, लेकिन महाजनों से लड़ते-लड़ते अब खुद महाजन बन गए हैं।.भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब राज्य के मुखिया पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हों तो न्याय की उम्मीद किनसे करें.
गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था पर जताई चिंता: बाबूलाल मरांडी ने पूरे झारखंड सहित जमशेदपुर में गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज झारखंड में चिकित्सा सुविधा शून्य होती जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री के शहर में कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम की स्थिति सबसे अधिक भयावह है. पूरे राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा और आयुष्मान योजना की स्थिति जनता भली भांति महसूस कर रहे हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के दौरान संचालित सफल योजनाओं को बंद कर देने को झारखंड की महिलाओं, किसानों और युवाओं के साथ क्रूर मजाक बताया. मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर युवाओं से वादाखिलाफी करने और धोखा देने का आरोप लगाया.
रघुवर दास ने क्या कहा: वहीं, सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जिस झारखंड की पहचान जल, जंगल और जमीन के रूप में थी. उस झारखंड को झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की सरकार ने विगत चार वर्षों में लूटखंड बना दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचारियों, कमिशन खोर और सिंडिकेट का शासन चल रहा है. इसी शासन और लूट के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में जन जागृति के माध्यम से विगत 4 वर्ष में हुए घोटालों-घपलों से जनता को जागरूक किया जा रहा है.
हेमंत सरकार ने लोगों को ठगा है: रघुवर दास ने कहा कि जब झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी तो उस समय झारखंड विकास में विकास की गति अविरल धारा के रूप में आगे बढ़ रही थी. 2014 में जब देश की जनता ने गरीब परिवार के बेटे नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाया और झारखंड में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार बनी तो इस डबल इंजन की सरकार में झारखंड को विकसित राज्य की श्रेणी में लाने का हरसम्भव प्रयास किया गया. लेकिन 2019 में लोक-लुभाने और झूठे वादे के सहारे सत्ता में आने वाली झामुमो-कांग्रेस सरकार में समाज का कोई ऐसा वर्ग नहीं है जिसको इस सरकार ने ठगा नहीं. उन्होंने हेमंत सरकार पर पारा टीचर, पंचायत सेवक, अध्यापक, आंगनबाड़ी, युवाओं, महिलाओं के विश्वासघात करने का आरोप लगाया। कहा कि आज राज्य का युवा सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर है.
रघुवर दास ने 1932 के आधार पर स्थानीय नीति को लेकर भी हेमंत सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अच्छी तरह से जानते थे कि 1932 के आधार पर स्थानीय नीति परिभाषित नहीं हो सकती है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में थर्ड और फोर्थ ग्रेड के नौकरी में आदिवासी मूलवासी को 10 साल के लिए रिजर्व किया था. जिनमें एक लाख से अधिक सरकारी नौकरी भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मिली थी. जिनमें दरोगा की बहाली, 32000 टीचर की बहाली, वनरक्षक की बहाली, इंजीनियर की बहाली समेत अन्य नौकरियां शामिल थी. लेकिन हेमंत सरकार आने के साथ ही जो थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नौकरी में झारखंडवासियों का हक था उसको समाप्त कर 60-40 लाने का काम किया. उन्होंने कहा कि झारखंड गठन होने के बाद अगर सबसे अधिक अत्याचार किसी समाज पर हुआ है तो वो आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शासन में आदिवासी समाज पर हुआ है.