जमशेदपुर: देश में जब कोरोना ने दस्तक दी और लॉकडाउन लगा तब सड़कों पर ठेला-रेहड़ी और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों पर आफत आ गई. रोजमर्रा की जिंदगी जीने वालों पर कोरोना ऐसा कहर बनकर टूटा कि खाने के लाले पड़ गए. कारोबार को फिर से शुरु करने की ताकत नहीं बची. आर्थिक स्थिति से बदहाल ऐसे लोगों के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एक उम्मीद की किरण बनकर आई. जमशेदरपुर में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जिन्हें इस योजना का लाभ मिला और उन्होंने अपने कारोबार को फिर से शुरू कर लिया. स्वनिधि योजना से लोग आत्मनिर्भर बनने की तरफ से आगे बढ़ चुके हैं.
लोन लेकर हारुन ने खोली चाय की दुकान
पीएम स्वनिधि योजना के तहत बैंक से 10 हजार रुपए लेने वाले मोहम्मद हारुन बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान जो जमापूंजी थी वह खत्म हो गई. स्थिति ऐसी बनी कि लोगों से कर्ज लेना पड़ा. परिवार के भरण-पोषण की चिंता सताने लगी, तब निगम कर्मियों से पीएम स्वनिधि योजना के बारे में जानकारी मिली.
निगम कार्यालय में अपने रोजगार का ब्यौरा भरा और सरकार की तरफ से 10 हजार रुपए का लोन मिल गया. हारुन ने मानगो रोड के पास चाय की एक छोटी से दुकान खोली है. हारुन बताते हैं कि इस योजना से पूरे परिवार का लाभ मिला है. चाय के धंधे से परिवार चलाने लायक आमदनी हो जाती है.