जमशेदपुर:चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना संक्रमण से विश्व के कई देश प्रभावित हुए हैं. इससे भारत भी अछूता नहीं हैं. कोरोना से भारत में आम जनजीवन के साथ-साथ आर्थिक व्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ा है. इतना ही नहीं, कोरोना की वजह से पूरे देश सहित जमशेदपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों की जिंदगी पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ा है. अब उनकी जिंदगी समझौते से चल रही है.
काम की तलाश में भटक रहे हैं लोग
पूरे देश में कोरोना संक्रमण की वजह से आम जन जीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है. कोरोना संक्रमण का आर्थिक व्यवस्था पर असर पड़ने से बेरोजगारी बढ़ी है. शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का असर बुरी तरह से पड़ा है. मजदूर वर्ग के लोग काम के लिए भटक रहे हैं. कई ग्रामीण वर्तमान हालात को देखते हुए समझौते के साथ अपनी जिंदगी चलाने को मजबूर हैं. जमशेदपुर के पोटका विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण खेती के अलावा ठेका मजदूरी में काम करते थे. लेकिन कोरोना के कारण आज उन्हें ठेका मजदूरी में भी काम नहीं मिल रहा है. वो काम की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं.
लोगों की आर्थिक स्थिति खराब
ठेका मजदूर सनातन मांझी बताते हैं कि काम मांगने जाने पर अब उन्हें कहा जा रहा है कि कोरोना के खत्म होने के बाद ही काम मिल सकता है. ऐसे में सनातन किसी दूसरे किसान के खेत में काम करने को मजबूर हैं, लेकिन वहां भी स्थिति दयनीय बनी हुई है. ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी घर से बाहर निकल कर काम करती थी और अपना परिवार चलाती थी. लेकिन कोरोना काल में हुए लॉकडाउन में अब उन्हें भी रोजगार नहीं मिल रहा है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और परिवार चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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