जमशेदपुर:कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन में जमशेदपुर के सभी स्कूल तीन महीनों से बंद है. ऐसे में नौनिहालों की शिक्षा में कमी न रह जाए, जिसके कारण स्कूल और कॉलेज की तरफ से ऑनलाइन पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई है. जिसके कारण शहर के ब्च्चे स्मार्टफोन के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं. शिक्षा की ये प्रणाली स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है. एक तरफ परिजन इस बात पर खुश है की बच्चों की पढ़ाई हो रही है, तो दूसरी तरफ उन्हें ये भी चिंता सता रही है कि बच्चे को चार से पांच घंटे मोबाइल लेकर बैठना पड़ता है. जिससे बच्चों के मानसिक और शारीरिक तौर पर असर हो सकता है.
क्या है परिजनों का कहना
परिजनों का कहना है कि स्मार्टफोन का अधिकतर उपयोग खतरनाक बन सकता है. स्मार्टफोन से उनकी गर्दन टेढ़ी हो सकती है. आंखों की रोशनी कम हो सकती है, हड्डियों में दर्द हो सकता है. हालात यह है कि आंखों से पानी आना, नींद की कमी, कान से सुनने में समस्या, कमर दर्द जैसी समस्या होती है. जिसके कारण परिजनों में भय का माहौल है.
ये भी देखें-बाबा रामदेव को कोरोना दवा बेचने से पहले सरकार की अनुमति जरूरी, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की दो टूक