पूर्वी सिंहभूम: चार सितंबर (बुधवार) की देर शाम घाटशिला के रहने वाले एक परिवार की बच्ची को अज्ञात महिला ने दिनदहाड़े एमजीएम अस्पताल से लेकर फरार हो गई थी. शुक्रवार की सुबह नवजात बच्ची अति नक्सल प्रभावित जंगल में जिंदा फेंकी हुई पाई गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे स्तनपान कराया और घाटशिला थाना पुलिस को सौंप दिया.
एमजीएम अस्पताल से गायब बच्ची जंगल में मिली, पुलिस मामले की जांच कर परिवार को सौंपेगी बच्ची - जमशेदपुर नगर उपाधीक्षक अनुदीप सिंह
एमजीएम अस्पताल से तीन दिन पहले दिनदहाड़े एक अज्ञात महिला नवजात बच्ची को लेकर फरार हो गई थी. घाटशिला के गुड़ाबांधा के बारुनमुट्ठी जंगल में ग्रामीणों को नवजात बच्ची मिली, जिसके बाद उसे स्थानीय थाना पुलिस को सौंप दिया गया. बच्ची का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
गुड़ाबांधा के बारुनमुट्ठी जंगल में गांव के कुछ लोग लकड़ी चुनने जा रहे थे, तभी नवजात बच्ची की किलकारी की आवाज सुनाई दी, जिसे सुनकर एक महिला ने बच्ची को उठाकर स्तनपान कराया और घाटशिला थाना को जानकारी दी. सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और चाइल्ड लाइन के अधिकारी ऐम्बुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे और उसे एमजीएम में भर्ती करवाया.
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जमशेदपुर नगर उपाधीक्षक अनुदीप सिंह ने कहा कि बच्ची की तबियत खराब होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, एमजीएम अस्पताल से गायब बच्ची के पिता ने कहा कि जन्म लेने के समय बच्ची के गाल में दाग था इस बच्ची के भी गाल में भी दाग है. यह मेरी बच्ची है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले का अनुसंधान कर रही है. जांच पूरी होने के बाद ही बच्ची को उसके परिवार को सौंपा जाएगा.