सरायकेला: एनआईटी जमशेदपुर के नए निदेशक डॉ गौतम सूत्रधार अपना योगदान देने के साथ ही एक्शन में हैं. वे एनआईटी जमशेदपुर को टाॅप 50 रैंकिंग में पहुंचाने की कोशिश में जुट चुके हैं. नए निदेशक डॉ गौतम सूत्रधार ने 12 मई को योगदान दिया है. जिसके बाद सोमवार को वे मीडिया से मुखातिब हुए, जहां उन्होंने संस्थान के बेहतरी को लेकर अपनी योजनाओं को साझा किया.
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एनआईटी निदेशक डॉ. गौतम सूत्रधार ने कहा कि एनआईटी जमशेदपुर एकमात्र ऐसा एनआईटी है, जो किसी औद्योगिक नगरी के बीच स्थित है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में संस्थान की रैंकिंग 90 है जबकि इसकी रैंकिंग टाॅप 50 के भीतर होनी चाहिए. उनकी कोशिश होगी कि अगले पांच सालों के भीतर एनआईटी जमशेदपुर टाॅप 50 के भीतर आ जाए. हालांकि उन्होंने कहा कि रैंकिंग तय करने के लिए लंबा सफर तय करना होगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है.
उन्होंने कहा कि नए हाॅस्टलों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम चल रहा है. काम पूरा होने के बाद शत प्रतिशत छात्रों के लिए हाॅस्टल उपलब्ध होगा. जल्द ही दो नए हाॅस्टल बनकर तैयार होंगे, जिनमें 1000 छात्रों और 300 छात्राओं के लिए रहने की व्यवस्था होगी. आने वाले समय में पीएचडी छात्र-छात्राओं को भी हाॅस्टल की सुविधा मिलेगी. इतना ही नहीं कुछ सालों में मैरिड कपल के लिए भी हाॅस्टल की व्यवस्था होगी, जो भविष्य की योजना में शामिल है.
500 लोगों के क्षमता वाले ऑडिटोरियम निर्माण का होगा प्रयास: नए निदेशक डॉ गौतम सूत्रधार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वर्षो से इस संस्थान में एक भी ऑडिटोरियम उपलब्ध नहीं है, जहां 500 लोग एक साथ बैठकर मंथन कर सकें. उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक 500 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम निर्माण किया जाना उनके प्राथमिकता में है, जिसे लेकर वह प्रयास करेंगे. इसके अलावा छात्रों के हॉस्टल और फैकल्टी के लिए भी सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा, ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके.
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सरकार की नई शिक्षा नीति पर फोकस: निदेशक डॉ गौतम सूत्रधर ने बताया कि संस्थान में बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था कायम करने के साथ वर्तमान में केंद्र सरकार के नई शिक्षा नीति पर संस्थान कार्यरत है. इसे और बेहतर तरीके से स्थापित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षकों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी, लेकिन वर्तमान में छात्रों की स्थिति को देखते हुए नीति तैयार की गई है, जिसका शत प्रतिशत लाभ छात्रों को मिलेगा. उन्होंने बताया कि संस्थान में 180 फैकल्टी हैं जबकि स्वीकृत पद 246 हैं.