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दलमा में ट्रैकिंग की संभावनाओं की तलाश में प्रशासन, पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने की हो रही है तैयारी

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Published : Feb 3, 2021, 12:17 PM IST

पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सूरज कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग के पदाधिकारियों ने दलमा पहाड़ी में ट्रैकिंग की सम्भावनाओं को देखा. इस दौरान उपायुक्त के साथ सिटी एसपी, वन विभाग के पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, सह अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे. जिला प्रशासन की ओर से इस पर्यटन क्षेत्र को और भी बेहतर रूप से विकसित करने का प्रयास है.

Many officials of the district including DC did the tracking
पर्यटन क्षेत्र को बेहतर बनाने का प्रयास

जमशेदपुर:पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सूरज कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग के पदाधिकारियों ने दलमा पहाड़ी में ट्रैकिंग की सम्भावनाओं को देखा. इस दौरान उपायुक्त के साथ सिटी एसपी, वन विभाग के पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, सह अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे. इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि ट्रैकिंग की सम्भावनाओं को लेकर जिला प्रशासन गम्भीर है.

पर्यटन क्षेत्र को और बेहतर बनाने का प्रयास

दलमा में ट्रैकिंग के साथ ईको टूरिज्म की सम्भावनाओं पर पदाधिकारियों ने चर्चा की. जिला प्रशासन की ओर से इस पर्यटन क्षेत्र को और भी बेहतर रूप से विकसित करने का प्रयास है. दलमा पहाड़ी पर ट्रैकिंग के तीन रास्ते हैं, जिसे वीकेंड टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा सकता है. साथ ही आने वाले समय में पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्या सावधानियां रखी जा सकती है. इस पर विचार-विमर्श किया गया.

जगह-जगह रखें जाएंगे डस्टबिन

उपायुक्त ने कहा कि 3 ट्रैकिंग के रूट का पता चला है, जिसमें जल्द ही एक्टिव ट्रैकिंग की व्यवस्थाएं करवाई जाएगी. ट्रैकिंग के बीच रास्ते में मेक शिफ्ट केयर अरेंजमेंट के तहत कुछ स्थानीय लोगों को दुकान की व्यवस्था करायी जा सकती है. ट्रैकिंग करने वाले लोगों की सुविधा केवल इस मार्ग में ट्री हाउस, रेस्ट हाउस, बनाएंगे जो इको हट के रूप में बनाया जाएगा. साथ ही साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए जगह-जगह डस्टबीन भी लगाए जाने कि बात कही.

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इसके अलावा पूर्वी सिंहभूम से दलमा जाने वाले रास्ते में एक साइकिलिंग रूट तैयार करने और साइकिल रखने के स्टैंड निर्माण करने के विषय में कहा गया. भविष्य में इसमें इलेक्ट्रिक बाइसिकल की भी व्यवस्था की जाएगी.

रात्रि विश्राम के लिए स्थानीय गांव में भी ईको हट और ट्री हाउस बनाया जाएगा. इसके रख-रखाव का जिम्मा स्थानीय लोगों और वन विभाग के पास होगा. साथ ही स्थानीय लोगों से पदाधिकारियों की ओर से बात की जाएगी. जो भी वहां जाए वह स्थानीय संस्कृति को करीब से देख सके तथा संस्कृति का आनंद उठा सके.

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