जमशेदपुरः सोमवार को रेल डीजी अनिल पलटा (Rail DG Anil Palta) जमशेदपुर पहुंचे. टाटानगर रेल पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रेल डीजी की बैठक अधिकारियों के साथ हुई. जिसमें उन्होंने अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए हैं. डीजी ने बताया कि रेल पुलिस में मैन पावर की कमी (Manpower shortage in railway police) से अनुसंधान लंबित है, पुराने बड़े मामलों को त्वरित निष्पादन के लिए निर्देश दिए गए हैं.
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जमशेदपुर दौरे पर आए रेल डीजी अनिल पालटा टाटानगर रेल पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और रेल पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने रेल क्षेत्र में अपराध (crime in railway sector) पर लगाम लगाने और पुराने लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन करने की बात कही है. बैठक के दौरान डीजी टाटानगर रेल थाना (Tatanagar Railway Police Station) और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया है.
रेल डीजी अनिल पालटा ने बताया कि पुराने लंबित मामलों की जांच की गई है, जिसमे 25 बड़े मामले हैं, जिसके निष्पादन के लिए कई दिशा निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि रेल पुलिस में अनुशंधानकर्ता की कमी (Manpower in rail police) के कारण मामलों का सही निष्पादन नहीं ही पा रहा है, रैल पुलिस में मैन पावर की कमी है. इसको लेकर मुख्यालय को पत्र लिखकर डायरेक्ट एसआई भर्ती की मांग की जाएगी, जिससे मैन पावर की कमी को दूर किया जा सके.
दिशा-निर्देश देते रेल डीजी अनिल पालटा रेल डीजी ने बताया कि धनबाद और जमशेदपुर में उनका विशेष ध्यान रहता है लेकिन धनबाद में आपराधिक मामले ज्यादा हैं. इनमें हत्या, रेलवे में अवैध माइनिंग का सामान पाया जाना, ठेकेदारों से रंगदारी या ट्रैक पर शव पाए जाने का मामला शामिल है. इन मामलों के निष्पादन के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. रेल पुलिसकर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि रेल क्षेत्र में किसी भी तरह की संदिग्ध स्थिति देखे जाने पर उसकी जांच करें.