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जमशेदपुर की फिजाओं में घुल रहा है नशे का जहर, युवा वर्ग गिरफ्त में फंस रहा, पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट - Large batch of drugs found in Jamshedpur

जमशेदपुर जिले की बड़ी आबादी नशे का शिकार हो रही है. इसमें विशेष रूप से युवा वर्ग शामिल है. हेरोइन, ब्राउन शुगर का कारोबार यहां दिन दोगुनी रात चौगुनी की तर्ज पर फैल रहा है. इस काले कारोबार में महिलाओं की भी अच्छी खासी संख्या है. हालांकि पुलिस इस काले साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने में जुटी है.

नशे का जहर
नशे का जहर

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Published : Feb 18, 2021, 5:39 PM IST

Updated : Feb 19, 2021, 12:58 PM IST

जमशेदपुरःलौहनगरी जमशेदपुर के युवा और महिआएं नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही हैं. आए दिन युवा वर्ग दम तोड़ रहा है. इन दिनों शहर में अफीम, ड्रग्स की तस्करी जोर-शोर से हो रही है.1996-1997 के बाद जमशेदपुर में एक बार फिर से ब्राउन शुगर का कारोबार फैलता जा रहा है.

पढ़ें स्पेशल खबर.

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कॉस्मोपॉलिटन शहर की तर्ज पर बसे औद्योगिक शहर जमशेदपुर में इन दिनों ब्राउन शुगर का व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है.1996 के दशक में बिष्टुपुर स्थित धतकीडीह के सोनकर और शंकर मुखी का वर्चस्व इस कारोबार में था.

जमशेदपुर में नशे का कारोबार चरम पर

इन अपराधियों के जेल जाने के बाद से ब्राउन शुगर का कारोबार शहर में बंद हो चुका था. 25 वर्षों के बाद एक बार फिर से जमशेदपुर में ब्राउन शुगर का कारोबार शुरू हो चुका है.

कई क्षेत्रों में धड़ल्ले से बिक रही.

ब्राउन शुगर क्या है

नशीली पदार्थों को आमतौर पर चार भागों में बांटा जाता है. अफीम से बने मार्फिन, कोडीन, हीरोइन और ब्राउन शुगर. ब्राउन शुगर एक उजली तरह का नशीला पदार्थ होता है. फॉयल पेपर के सहारे ब्राउन शुगर का नशा किया जाता है.

महिलाएं भी बेच रहीं.

महिलाएं भी कर रहीं कारोबार

जमशेदपुर के सीमावर्ती क्षेत्र से सटे सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती की रहने वाली डॉली ब्राउन शुगर का कारोबार करती है. सरायकेला पुलिस द्वारा डॉली को जेल भेजा जा चुका है, लेकिन वहां रहने वाली कई महिलाएं ब्राउन शुगर का कारोबार अभी भी कर रहीं हैं.

युवा भी बेच रहे.

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जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के देवनगर, भुईयाडीह, भालुबासा,में ब्राउन शुगर का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. ब्राउन शुगर के कारोबार में 17 वर्ष से लेकर 24 वर्ष तक के युवा ज्यादातर शामिल हैं. शादीशुदा महिलाएं भी इस कारोबार में ज्यादातर शामिल हैं.

भारी मात्रा में नशे की खेप हुई बरामद.

केस1

जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र और बिरसानगर थाना क्षेत्र से वर्ष 2020 में पुलिस ने 6 किलो ब्राउन शुगर जब्त कर 45 लोगों को जेल भेजा था. छः किलो ब्राउन शुगर की कीमत करोड़ों रुपए बताई जाती है.

केस 2

18 फरवरी 2021 को सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह से पुलिस ने ब्राउन शुगर बेचने वाले व मोस्ट वांटेड अजय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.

भारी मात्रा में नशे की खेप हुई बरामद.

केस3

9 फरवरी 2021 को जुगसलाई थाना क्षेत्र से पुलिस ने 3 महिलाओं के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया था.इनके पास से 290 ब्राउन शुगर पुड़िया बरामद हुई थी.

केस4

15 फरवरी को जुगसलाई थाना की पुलिस ने बंगाल के मुर्शिदाबाद निवासी रहमान को 200 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था. रहमान के साथ-साथ आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती के सादिक अंसारी को पकड़ा गया था.

केस 6

13 फरवरी को मानगो थाना क्षेत्र के इकरा कॉलोनी के रहने वाले दो युवकों 22 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था.

जमशेदपुर में कारोबार

जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना,साकची, बिस्टुपुर, जुगसलाई, वर्मामाइंस, टेल्को,गोलमुरी,सोनारी में मुख्य रूप से ब्राउन शुगर का कारोबार फैल रहा है. आजादनगर, मानगो के युवकों द्वारा शहर में ब्राउन शुगर लाया जाता है. इनमें 70 फीसदी युवा व 30 फीसदी महिलाएं शामिल होती हैं.

इनमें कई ऐसे युवा होते हैं जो पहले किसी भी मामले में जेल की सजा काट चुके हैं. इनमें कई ऐसी महिलाओं के नाम हैं.जो पूर्व में जेल की सजा काट चुकी हैं.

कुछ महिलाओं के मुताबिक ब्राउन शुगर बेचने में ज्यादा मुनाफा होता है. शहर में एक पुड़िया ब्राउन शुगर की कीमत तकरीबन 230 रुपए होती है.

युवा तेजी से हो रहे आकर्षित

जमशेदपुर के सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के मुताबिक ब्राउन शुगर के कारोबार में संलिप्त ज्यादातर युवा और महिलाएं होती हैं. इनमें से कई युवाओं के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी पता चली है.

ऐसे कई युवा इसमें शामिल हैं, जो अपराधी की तरह दिखना और बनना चाहते हैं. युवाओं के नशे की लत से मुख्यधारा में लाने के लिए उनके माता-पिता को प्रयास करना होगा.

वहीं जमशेदपुर के साकची स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टर बलराम झा बताते हैं कि ब्राउन शुगर की लत की वजह से नशे करने वाले व्यक्ति के दिमाग पर सबसे ज्यादा इसका असर होता है. ब्राउन शुगर का नशा करने वाले युवक खुद को ज्यादा मजबूत समझने लगते हैं.

इसके बाद शरीर में कंपन व लाल रंग के दाग आने लगते हैं. ब्राउन शुगर नशा करने वाले युवक को बिना ब्राउन शुगर के बेचैनी और असहजता महसूस होती है.

जमशेदपुर के सामाजिक कार्यकर्ता सदन ठाकुर कहते हैं कि पुलिस इसमें सबसे ज्यादा दोषी है. कपाली,आदित्यपुर, मानगो,आजादनगर में यह कारोबार सबसे अधिक फैला हुआ है. ब्राउन शुगर में जमशेदपुर के कई बड़े लोग भी शामिल हैं.

Last Updated : Feb 19, 2021, 12:58 PM IST

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