जमशेदपुर: जिले में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीतिक लोकतंत्र की सात्विक मर्यादाओं के मूर्त रूप थे. यह बातें पूर्व विधायक सह झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने अटल जी की द्वितीय पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने के क्रम में कहीं. पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में बहरागोड़ा विधानसभा अंतर्गत बड़सोल मंडल में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम का संयोजन भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अभिजीत दास ने किया. इस मौके पर भाजपा के पितृपुरुष और दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के छविचित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके कृतित्वों का स्मरण किया गया.
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इस दौरान मुख्य रूप से उपस्थित पूर्व विधायक सह भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि लोकतांत्रिक आदर्शों और राजनीतिक सुचिता के प्रति अटल जी की प्रतिबद्धता युगों-युगों तक प्रासंगिक रहेगी. इस मौके पर सेवा और समर्पण के संदेशों को आत्मसात करते हुए पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने बड़ी संख्या में लोगों के बीच फेस मास्क का वितरण किया और कोरोना वायरस के प्रसार और रोकथाम के प्रति जागरूक किया. इस मौके पर विशेष रूप से आशीष मंडल, संतोष साव, गणेश हांसदा, जयदीप आईच, पूर्णेदु पात्र, स्वपन कर्ण, संजय सिंह, सुशांत घोष, सुब्रतो शिट, कलीपोदो बारीक, प्रदीप डे, रंजीत नायक, संजीत नायक, सुरोज करण, तापस दास, टोटन पाल, अमृत बेरा, राजकुमार समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
16 अगस्त को ली थी आखिरी सांस
बता दें कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 में निधन हो गया था. लंबे समय से बीमार चल रहे 93 वर्षीय वाजपेयी जून महीने से ही नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे. अटल बिहारी वाजपेयी 1951 में जनसंघ के संस्थापक सदस्य बने थे, लेकिन लखनऊ में लोकसभा उप चुनाव हार गए, 1957 में जनसंघ ने उन्हें तीन लोकसभा सीटों लखनऊ, मथुरा और बलरामपुर से चुनाव लड़ाया लखनऊ में हारे, मथुरा में जमानत जब्त हुई, लेकिन बलरामपुर से जीतकर वे दूसरी बार लोकसभा में पहुंचे, यह उनके अगले पांच दशकों के अटूट संसदीय करियर की शुरुआत थी.