जमशेदपुरः झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक राज्य के सभी जिम और स्विमिंग पूल बंद कर दिए गए हैं. इस फरमान से चिंतित जमशेदपुर के कई जिम संचालकों ने एकजुटता दिखाई है. संचालकों ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को आग्रह पत्र सौंपा है. जिसमें उन्होंने उनकी समस्याओं से राज्य सरकार के मंत्री और संबंधित विभागीय पदाधिकारियों का ध्यानाकृष्ट करने का आग्रह किया है.
इसे भी पढ़ें-कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रशासन ने शुरू की तैयारी, निजी अस्पतालों में बढ़वाए जा रहे बेड
अप्रासंगिक और अपरिपक्व निर्णय
जिम संचालकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कुणाल षाड़ंगी ने उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिया. उन्होंने जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखने के आदेश को अप्रासंगिक और अपरिपक्व बताया. उन्होंने कहा कि इम्यून बढ़ाने वाले जिम बंद हैं और शराब दुकानों पर हेमंत सरकार मेहरबान है, जो बेहद अफसोसजनक है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकताएं और सोच महज राजस्व वसूलने मात्र की है, आम जनमानस के स्वास्थ्य और कठिनाईयों से राज्य सरकार का कोई सरोकार नहीं है.
300 परिवारों की रोजी रोटी होगी प्रभावित
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलकर ज्ञापन सौंपेगी और जिम को बंद करने के निर्णय पर पुनर्विचार का आग्रह करेगी. कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि देश के जिन राज्यों में रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है कहीं भी जिम को बंद करने का आदेश नहीं है, जबकि उन राज्यों में संक्रमित लोगों की संख्या झारखंड की तुलना में कहीं ज्यादा है. शहर में पचास से ज्यादा जिम हैं और उनके ऊपर लगभग 300 परिवारों की रोजी रोटी निर्भर करती है. पिछले लॉकडाउन में भी सबसे अंत में जिम को खोला गया था और पुनः सबसे पहले बंद कर दिया गया है.
स्वस्थ्य रखने में जिम एक सशक्त माध्यम
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि जिम का प्रयोग करने वालों में से 90 प्रतिशत से ज्यादा की उम्र 45 से कम है, जोकि अभी कोरोना की वैक्सिन लेने की उम्र सीमा है. इसलिए सैकड़ों युवाओं की इम्युनिटी बढ़ाने और स्वयं को स्वस्थ्य रखने में जिम एक सशक्त माध्यम है. कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि अन्य प्रतिष्ठानों की तरह ही सभी जिम संचालक भी कोविड गाइडलाइस को मानने को तैयार हैं. फ्लोर पर संख्या को सीमित करके, सभी आगुंतकों की जांच करके और बेहतर सफाई का ध्यान रखकर संक्रमण से लड़ने की तैयारी बेहतर हो सकती है. सरकार को बंद करने से ज्यादा मॉनिटरिंग को प्राथमिकता देनी चाहिए.