झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

झारखंडः IPS अफसरों के तबादले पर राजनीति गर्मायी, पूर्व विधायक ने सरकार के फैसले पर उठाए सवाल - झारखंड में आईपीएस के तबादले पर राजनीति जारी

लॉकडाउन के बीच हाल ही में प्रदेश में 35 अफसर और रिम्स निदेशक के तबादला के कारण राज्य में राजनैतिक बयानबाजी तेज हो गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं.

राजनीति गर्मायी
राजनीति गर्मायी

By

Published : May 1, 2020, 1:02 PM IST

Updated : May 1, 2020, 3:19 PM IST

जमशेदपुरः कोरोना वायरस में सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन के समय रिम्स निदेशक सहित प्रदेश के 35 आईपीएस अफसरों के तबादला का मुद्दा अब गरमाने लगा है. इस पर विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरना भी शुरू कर दिया है. वहीं राजनैतिक बयानबाजी तेज हो गई है.

अफसरों के तबादले पर राजनीति तेज.

इसे लेकर बहारागोड़ा के पूर्व विधायक व भाजपा नेता कुणाल षाडंगी ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में देश वैश्विक महामारी से गुजर रहा है तो क्या जरुरत आन पड़ी थी कि आईपीएस की स्थानांतरण की.

उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार ने सभी जिलों को चेक नाका को सील कर दिया है और दूसरे जिले से शहर आने वाले हर लोगो को होम क्वारंटाइन में रहने कहा जा रहा है तो क्या आईपीएस अधिकारी होम क्वारंटाइन में जाएंगे.

यह भी पढ़ेंःझारखंड से पहली बस पश्चिम बंगाल रवाना, 38 मजदूरों को भेजा गया घर

वहीं विपक्ष के आरोप पर सत्ता पक्ष ने पलटवार किया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के बहारागोड़ा के विधायक समीर महंती ने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्णय राज्य की जनता के लिए लिया गया है. इसे विपक्ष को मुद्दा नहीं बनना चाहिए, बल्कि सहयोग करना चाहिए.

आईपीएस के स्थानांतरण के बहाने ही सही विपक्ष को सत्तापक्ष को घेरने एक अच्छा मौका मिल गया है. अब देखना यह है कि विपक्ष इस मामले को कितना गंभीरतापूर्वक लेती है.

Last Updated : May 1, 2020, 3:19 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details