झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

झारखंड कोरोना सहायता एप से प्रवासी मजदूर ले सकते हैं मदद, ये है तरीका

प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान कोई परेशानी न हो, इसको लेकर सरकार की ओर से कई व्यापक प्रबंधन किए हैं. अगर किसी कारणवश उन मजदूरों को परेशानी हो रही है तो उसके परिजन स्थानीय विधायक से मिलकर समस्या को अवगत कराकर समस्या का समाधान करवा सकते हैं.

झारखंड कोरोना सहायता ऐप
Jharkhand Corona aid App

By

Published : Apr 19, 2020, 4:49 PM IST

जमशेदपुर:पूर्वी सिंहभूम जिले के प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर सरकार की ओर से कई व्यापक प्रबंधन किए हैं. इतना ही नहीं, अगर किसी कारणवश उन मजदूरों को परेशानी हो रही है तो उसके परिजन स्थानीय विधायक से मिलकर समस्या को अवगत कराएंगे और उसी के अनुशंसा उपायुक्त अपने स्तर से समस्या का समाधान करवाएंगे.

देखें पूरी खबर

झारखंड कोरोना सहायता एप की शुरुआत

इस सबंध में पोटका विधायक संजीव सरदार ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्र॔मण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने झारखंड कोरोना सहायता एप की शुरुआत की है. इसके माध्यम से राज्य के बाहर फंसे लोगों की मदद की जाएगी, जिन्हें मदद की आवश्यकता है, वो इस एप को डॉउनलोड कर लाभ ले सकतें हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी कारणवश ऐसा नहीं कर पाते हैं तो अपने परिजनों के सहयोग से स्थानीय विधायक को इसकी जानकारी दें.

ये भी पढ़ें-लॉकडाउन से रांची के सुदूरवर्ती इलाकों में मुश्किल की जिंदगी, 'महुआ' खाकर लोग कर रहे गुजारा

कैसे करे आवेदन

पहले अपने मोबाइल में http//covid19help.jharkhand.gov.in को डाउनलोड करें. उसके बाद एप में अपनी आधार की प्रति, मोबाइल नंबर और बैंक विवरण देना होगा. एप में मांगे गए विवरण भरने के बाद सबमिट का बटन दबाना होगा. उसके बाद संबंधित व्यक्ति का जिला नियत्रण कक्ष में व्यक्ति का फोटो और आधार का मिलान होगा. मिलान के उपरांत उसे स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेज दिया जाएगा.

क्या है जरूरी

इसके लिए जरूरी कागजात, आधार कार्ड और लाभार्थी के नाम से बैंक खाता आईएफएससी कोड आवश्यकता की होगी. बैंक खाता झारखंड का ही होना चाहिए. लाभार्थी का फोटो मिलान आधार डेटाबेस के फोटो से किया जाएगा. एक आधार पर एक ही रजिस्ट्रेशन होगा. मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी मोबाइल ऐप पर दर्ज करना होगा. इसका लाभ केवल झारखंड राज्य के निवासी को ही मिलेगा, जो लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे हैं. सहायता राशि लाभार्थी के खाते में ही जाएगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details