जमशेदपुर: शहर में टाटा ट्रस्ट अस्पताल मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल (एमटीएमएच) का विस्तार करने जा रहा है. इसके तहत इस अस्पताल में अत्याधुनिक मशीन लगाई जा रही है (MTMH Expands Services For Cancer Patients). इस बात की जानकारी एनटीएमएच की निदेशक और टाटा मेन हॉस्पिटल के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ सुजाता मित्रा ने दी.
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मेहरबाई टाटा मेन अस्पतालःडॉ सुजाता मित्रा ने बताया कि टाटा ट्रस्ट अस्पताल मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल (Meherbai Tata Memorial Hospital) की स्थापना 1975 में इस क्षेत्र के कैंसर रोगियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए की गई थी. इसका नाम सर दोराबजी जमशेदजी टाटा की पत्नी लेडी मेहरबाई टाटा के नाम पर रखा गया है. 2019 में 72 बेड वाले कैंसर अस्पताल, 128 बेड वाला अस्पताल हो गया. उन्होंने कहा कि इसके विस्तारीकरण के तहत 2017 में, टाटा ट्रस्टस ने नागरिक बुनियादी संरचनाओं और उपकरणों में निवेश के माध्यम से एमटीएमएच को 72-बेड वाले कैंसर अस्पताल से 128 बेड वाला व्यापक कैंसर देखभाल सुविधा में अपग्रेड करने के लिए एक परियोजना को मंजूरी (TMH expands services for cancer patients in Jamshedpur) दी है.
कई आधुनिक उपकरण मौजूदःइस परियोजना का शिलान्यास 2 मार्च 2018 को रतन टाटा (Ratan Tata) ने किया था और 13 मार्च 2019 को उन्होंने इस उन्नत अस्पताल का उद्घाटन किया गया था. एमटीएमएच, 128 बेड वाला अस्पताल अब चिकित्सा और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी सहित व्यापक कैंसर देखभाल सुविधा, टीएमएच के साथ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, पैलेटिव केयर और उन्नत नैदानिक सुविधाएं (सीटी, एमआरआई, पीईटी-सीटी) प्रदान करता है. इसकी एक एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है.
जमशेदपुर टीएमएच में बायोप्सी की सुविधाःउन्होंने बताया कि छवि द्वारा निर्देशित बायोप्सी, जमशेदपुर में कहीं और नहीं की जाती है, जो नियमित रूप से एमटीएमएच में की जाती है. बुनियादी सुविधाओं में एक डे केयर कीमोथेरेपी वार्ड, प्रीतपाल पैलेटिव केयर सेन्टर (सूरी फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित) और अच्छी तरह से सुसज्जित सामान्य वार्ड और केबिन शामिल हैं. इसके अलावा एक अत्याधुनिक ट्रू बीम रेडियोथेरेपी मशीन, झारखंड में अपनी तरह की एकमात्र मशीन है, जो सबसे उन्नत और सटीक विकिरण चिकित्सा के साथ रोगियों का इलाज करने में मदद करती है.