जमशेदपुर: कदमा के शास्त्रीनगर इलाके में हाल में हुए हिंसक झड़प के बाद जिला प्रशासन के द्वारा भाजपा और विश्व हिंदू परिषद के लोगों की गिरफ्तारी के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है. इस मामले को प्रदेश भाजपा ने काफी गंभीरतापूर्वक लिया है. इस प्रकरण में हर दिन भाजपा के बड़े नेता जमशेदपुर पहुंच रहे हैं. शनिवार की देर रात पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी जमशेदपुर पहुंचे. सर्किट हाउस पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.
जमशेदपुर प्रशासन ने ही सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का किया प्रयास, हेमंत सरकार के इशारे पर हुई एकतरफा कार्रवाई: बाबूलाल मरांडी - Jharkhand news
जमशेदपुर में बाबूलाल मरांडी ने शास्त्रीनगर इलाके में हुए हिंसा मामले में प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया है प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर एकतरफा कार्रवाई कर रहा है.
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शास्त्रीनगर की घटना जिला प्रशासन की देन:बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस प्रकार शास्त्रीनगर की घटना हुई है वह पूरी तरह से प्रशासनिक अक्षमता को दर्शाता है. उन्हें जो जानकारी मिली है उसके हिसाब से जिला प्रशासन ने अनावश्यक रूप से जमशेदपुर के सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम किया है. यही नहीं इस घटना के बाद वैसे लोगों की गिरफ्तारी की गई जो इस घटना में शामिल नहीं थे. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पुलिस प्रशासन का काम हैं कि विधि व्यवस्था बनाया रखना. उन्हें चिह्नित कर पकड़ना जिन्होंने अपराध किया है, लेकिन जमशेदपुर जिला प्रशासन ने राज्य सरकार के इशारे पर शास्त्रीनगर प्रकरण में एकतरफा कार्रवाई की है.
जमशेदपुर ही नहीं पूरे झारखंड की ऐसी ही स्थिति:बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ऐसी हालात जमशेदपुर की ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड की है. हाल के दिनों जब कोई भी पर्व त्यौहार आता तो इस प्रकार के मामले सामने आते हैं. उन्होने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि ऐसे संवेदनशील लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करें. चाहे वह किसी भी पक्ष का हो, प्रशासन को उसे पकड़ कर जेल भेजना चाहिए. उन्होंने कहा पूरे देश में जितने भी दंगे हुए जिसमें 100 से अधिक झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के समय हुए हैं.