जमशेदपुरः कोरोना की संभावित चौथी लहर को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन सर्तक हो गया है. केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों को अलर्ट पर रहने का निर्देश जारी (Alert Issued For Corona Virus) किया है. इसी के तहत जमशेदपुर जिला प्रशासन ने भी तैयारियां शुरु कर दी हैं. जिला प्रशासन ने सभी प्रमुख अस्पतालों के प्रबंधन के साथ बैठक की और जरूरी दिशा निर्देश दिए.
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सभी अस्पताल प्रबंधकों को तैयारी को लेकर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देशः समाहरणालय सभागार में जिले के सरकारी और निजी चिकित्सा संस्थानों के प्रबंधकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई. बैठक में उपस्थित सभी अस्पताल प्रबंधकों से 25 दिसंबर तक कोविड संबधी उपचार को लेकर उपलब्ध चिकित्सीय उपकरण की समीक्षा कर प्रतिवेदन सिविल सर्जन कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
कोवड मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड रखें तैयारः सभी अस्पतालों में कोविड डेडिकेटेड बेड की उपलब्धता की समीक्षा की गई. जिले के सभी अस्पतालों को मिलाकर वर्तमान में कुल 250 आईसीयू बेड और 1000 ऑक्सीजन युक्त बेड कोविड मरीजों के उपचार को लेकर तैयार हैं और सभी ने आश्वस्त भी किया कि आवश्कता पड़ने पर इसमें और भी विस्तार (Facilities For Covid Patients In Hospitals) किया जाएगा. जितने भी पीएसए प्लांट (ऑक्सीजन प्लांट) जिले में अधिष्ठापित हैं सभी के मॉक ड्रिल का निर्देश दिया गया.
इलाज के दौरान कोविड प्रटोकॉल का पालन करना जरूरीः इस मौके पर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि कोरोना की चौथी लहर को लेकर अभी से घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन अपनी ओर से सभी अस्पताल प्रबंधक तैयारियों को दुरुस्त रखेंगे. उन्होंने सभी हेल्थ वर्कर को सचेत करते हुए कहा कि इलाज के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का आवश्यक रूप से पालन करेंगे, ताकि किसी भी तरह से जनहानि नहीं हो. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि पहले की तीनों लहर से सीख लें, अभी से तैयारी में लग जाएं, पहले का अनुभव भी इसमें काफी उपयोगी होगा.
सभी हेल्थ वर्कर्स को बूस्टर डोज लेने का निर्देशः सिविल सर्जन ने वैसे सभी हेल्थ वर्कर जिन्होंने अभी तक बूस्टर डोज नहीं लिया है उनसे बूस्टर डोज लेने की अपील की. उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में कीनन स्टेडियम, एमजीएम अस्पताल साक्ची, सदर अस्पताल, टाटा मोचर्स ऑक्यूपेशनल हेल्थ सेंटर और ग्रामीण क्षेत्र में सभी सीएचसी में वैक्सीन दी जा रही है.
कोरोना को लेकर सजग रहने की आवश्यकताः उन्होंने बताया कि चीन में संक्रमण की नई लहर में ओमिक्रोन के सब वैरिएंट बीएफ 7 मिला है, लेकिन हमारे राज्य या जिले में ऐसा एक भी संदिग्ध मरीज नहीं है. उन्होंने कहा कि जिले में एक भी व्यक्ति अभी कोरोना संक्रमित नहीं हैं, जिला कोरोना मुक्त है, लेकिन हमें पूर्व की गलतियों को नहीं दोहराते हुए सजग रहना है. कोई बाहर से आता है और उसमें कोई लक्षण दिखे, तो उसकी जांच अवश्य कराएं.
बैठक में ये थे मौजूदः एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नन्दकिशोर लाल, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन, डीसीएलआर रविन्द्र गागराई, जिला योजना पदाधिकारी अरूण द्विवेदी, एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक, एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ असद, यूसीआईएल, टीएमएच, टाटा मोटर्स और टीनप्लेट अस्पताल और अन्य निजी चिकित्सा संस्थान और नर्सिंग होम के प्रतिनिधि मौजूद थे.