झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

दूसरे देशों को वैक्सीन देने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जताई आपत्ति, केंद्र पर साधा निशाना - फ्रंट लाइन वर्कर्स झारखंड

1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की घोषणा होने पर झारखंड स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि मौजूदा हालातों को देखते हुए पहले कोरोना की चेन ब्रेक करने की जरूरत है. घोषणा से वैक्सीन सेंटर में अत्यधिक भीड़ लगने की संभावना है. उन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शन के आयात को महत्वपूर्ण बताया और दूसरे देशों को वैक्सीन मुहैया कराने को लेकर आपत्ति जताई.

jharkhand health minister banna gupta objected for providing vaccine to Pakistan-Bangladesh
पाकिस्तान-बांग्लादेश को वैक्सीन मुहैया कराने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जताई आपत्ति

By

Published : Apr 20, 2021, 5:53 PM IST

जमशेदपुर:देश में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सरकार की ओर से वैक्सीन दी जा रही है. सबसे पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन मिली, उसके बाद 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की शुरुआत की गई. अब हाल ही में 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की घोषणा की गई है. इसपर झारखंड स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा है कि अभी भी 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पूरी तरह से वैक्सीन नहीं लगी है.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें-झारखंड में 22 से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन

वैक्सीन सेंटर्स में अभी भी भीड़ देखी जा रही है, जबकि कई जगह वैक्सीन की कमी होने से सेंटर बंद पड़े हैं. सरकार की ओर से 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की घोषणा से कोविड सेंटर्स में अत्यधिक भीड़ लगने की संभावना जताई जा रही है. इस मुद्दे पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री से जब पूछा गया कि इससे कैसे निपटेंगे तो उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मैं कुछ कहूंगा तो राजनीतिक बयान समझा जाएगा. साफ तौर पर अभी कोरोना की चेन ब्रेक करने की जरूरत है. आयात निर्यात की पॉलिसी देश के आंतरिक संसाधन को देखकर भारत सरकार को तय करना है. उन्होंने कहा कि भारत विश्वगुरु था है और रहेगा.

केंद्र पर साधा निशाना

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे संसाधनों को दूसरे देशों में भी पहुंचाया जा रहा है. बताते चलें कि उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश का नाम लेते हुए कहा कि दोनों देशों को 45 लाख और 15 लाख रुपए की वैक्सीन का डोज मुफ्त में निर्यात किया गया है, जबकि हमें रेमडेसिविर इंजेक्शन आयात करने की जरूरत है. स्वास्थ्य मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बिना आंकलन किए वैक्सीन दूसरे देशों को बांटी जा रही है. जब हमारे लोगों को जरूरत पड़ रही है, तो हम कंगालों की तरह खड़े हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details