स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की प्रेस वार्ता जमशेदपुरः प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर स्थित बिष्टपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष आनंद बिहारी दूबे के अलावा कमिटी के अन्य कई पदाधिकारी मौजूद रहे. सर्किट हाउस मे मीडिया से बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर कई आरोप लगाये हैं.
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स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में कैग द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में मोदी सरकार में हुए घपले-घोटालों का खुलासा हुआ है. देश की लाखों करोड़ रुपये की अनियमितता उजागर हुई है. द्वारका एक्सप्रेस-वे सड़क निर्माण जिसकी निर्माण लागत 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर कैबिनेट से मंजूर थी, उसे बढ़ाकर 250 करोड़ रुपया प्रति किमी कर दिया गया. मोदी सरकार की बहुप्रचारित आयुष्मान भारत हेल्थ स्कीम ने तो घपलों की सारी हदे ही पार कर दी. 7.5 लाख लाभुकों का एक ही मोबाइल नंबर पर निबंधन पाया गया.
मंत्री ने आगे कहा कि ऐसे ही अन्य कई फर्जी नंबर पर भी हजारों लाभुक निबंधित पाये गये हैं, जिनका कैग की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है. आयुष्मान भारत हेल्थ योजना में एक और अदभूत रिकार्ड बनाया मोदी की सरकार ने मृत व्यक्तियों के नाम पर आयुष्मान स्कीम के तहत इलाज दिखाकर राशि की निकासी कर ली गयी. ऐसे 88 हजार 670 मृत व्यक्ति थे, जिनके नामों का इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सिर्फ 5 टोल प्लाजा की रैंडम ऑडिट पर कैग ने पाया कि सड़क उपयोग करने वाली जनता से 132 करोड़ रुपये ज्यादा वसूली कर ली गयी. टोल प्लाजा के नियमों का एनएचएआई ने इस घपले को अंजाम दिया. स्वदेशी दर्शन योजना अंतर्गत 14 परियोजनाएं थीं, जिसमें 8 प्रोजेक्ट में 22 माह से 47 माह तक का विलंब हुआ 6 परियोजनाएं अभी भी बाकी हैं. कैग की रिपोर्ट के मुताबिक 2014-15 से 2018-19 की अवधि में 76 प्रोजेक्ट के लिए 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत थी. ये प्रोजेक्टस योजना आयोग वित्त मंत्रालय की आपत्ति के बावजूद शुरू कर दी गयी. पर्यटन मंत्रालय ने कैबिनेट की मंजूरी के बगैर ही फंड मंजूर कर दिया, जबकि 1000 करोड़ रुपया से अधिक के प्रोजेक्ट कैबिनेट की स्वीकृति लेना जरूरी होता है. इस योजना में 15 पर्यटन सर्किटों की पहचान की गयी थी, जिसके विकास के लिए 76 प्रोजेक्ट मंजूर किये गये.
मंत्री ने कहा कि कोयला खदानों की नीलामी में भारी अनियमितताएं बरती गयी हैं. कोयला खदानों की नीलामी प्रक्रिया की ऑडिट करने पर कग ने पाया कि इसमें पब्लिक मनी की लूट और बंदरबाट हुई है. कोयला खदानों की नीलामी में प्रतिस्पर्धा होना चाहिये था वह नहीं हुआ. ऐसा कारपोरेट्स और उनकी सहायक कम्पनियों के घालमेल से मैनेज हुआ. नीलामी की गयी खदानों के मूल्यांकन त्रुटियां और विसंगतियां थीं, जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हुआ.
कैग ने HAL हिन्दुस्तान ऐरोनाटिक्स द्वारा इंजन की डिजाइन में की गयी त्रुटियों के कारण सरकार को 159 करोड़ रुपया का नुकसान हुआ है. मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि भारतमाला की परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया में कैग ने त्रुटियां पायी हैं. इस परियोजना में निर्माण लागत 15.37 करोड़ रुपया प्रति किमी थी. जिसे बढ़ाकर 32 करोड़ रुपया प्रति किमी कर दिया गया. इसके अलावा अन्य कई योजनाओं मे घोटाला हुआ है. उन्होंने साफ तौर पर कहा की कैग रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करे नहीं तो आंदोलन होगा.