जमशेदपुर: 'देना बैंक' और 'विजया बैंक' सोमवार से बैंक ऑफ बड़ौदा के नाम से जाने जाएंगे. दोनों बैंकों का विलय 'बैंक ऑफ़ बड़ौदा' में हो गया है. इसके साथ ही 'बैंक ऑफ बड़ौदा' सार्वजनिक क्षेत्र का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है.
बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया और देना बैंक का विलय, बना देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक
देना बैंक और विजया बैंक का वजूद आज से हमेशा के लिए खत्म हो गया है. दोनों बैंकों का विलय बैंक ऑफ़ बड़ौदा में हो गया है. शाखाओं पर बैंक ऑफ बड़ौदा के बोर्ड लगा दिए गए हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक की अधिसूचना के अनुसार, विजया बैंक और देना बैंक की सभी शाखाएं 1 अप्रैल से बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं के रूप में काम करेंगी. विजया बैंक और देना बैंक के जमकर्ताओं समेत सभी ग्राहकों को बैंक ऑफ बड़ौदा का ग्राहक माना जाएगा.बैंक ऑफ बड़ौदा के जमशेदपुर क्षेत्रीय कार्यालय के उप क्षेत्रीय प्रमुख मनीष कुमार और जमशेदपुर मुख्य शाखा के सहायक महाप्रबंधक आर के गोयल ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की.
इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड क्षेत्र में विजया बैंक और देना बैंक के विलय हो जाने के बाद 132 शाखाएं काम करने लगेंगी, जिनमें बैंक ऑफ बड़ौदा की 94 शाखाएं, विजया बैंक की 16 शाखाएं और देना बैंक की 22 शाखाएं शामिल हैं. इसके साथ ही एटीएम की संख्या बढ़कर 194 हो जाएंगी, जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा के 162, विजया बैंक की 15 और देना बैंक के 17 एटीएम होंगे. बैंक के अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि बैंकों के विलय होने से ग्राहकों को कोई परेशानी नहीं होगी, बल्कि पहले से और अधिक सुविधाएं मिलेंगी.