जानकारी देते परसुडीह थाना प्रभारी जमशेदपुरः वैसे तो लोग निजी और व्यवसायिक इस्तेमाल के लिए गाड़ियां खरीदते हैं. कई लोग ऐसे भी हैं जो सेकंड हैंड गाड़ी खरीदते हैं या भाड़ा पर देने के लिए वाहनों की खरीद करते हैं. लेकिन जरा सावधान रहें और पूरी तरह से पेपर की जांच करके ही इस तरह के वाहनों का सौदा करें. क्योंकि इससे आप ठगी के अलावा पुलिसिया कार्रवाई के भी शिकार हो सकते हैं. जमशेदपुर में ऐसे ही अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ है. जो गाड़ी भाड़ा में देने के नाम पर उसे दूसरे शहरों या जिला में बेचने का धंधा करते हैं.
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जमशेदपुर में ठग गिरफ्तार हुआ है, ये मामला परसुडीह थाना क्षेत्र का है. जहां पुलिस ने चार पहिया वाहनों को भाड़ा में लगाने के नाम पर लेकर उसे बेचने का धंधा करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. परसुडीह थाना प्रभारी ने बताया है कि गिरफ्तार व्यक्ति द्वारा दर्जनों वाहनों को शहर से बाहर बेचा गया है, जिसे बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है.
परसुडीह थाना के प्रधान टोला में रहने वाली एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने मुंशी मोहल्ले में रहने वाला मुकेश यादव नामक एक वाहन ठग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. महिला ने परसुडीह पुलिस को लिखित शिकायत की है कि वह अपने दो चार पहिया वाहन को मुकेश यादव को भाड़ा में चलाने के लिए दी थी. 2 महीने तक मुकेश ने वाहन का किराया दिया लेकिन बाद में उसे पता चला कि मुकेश उसके वाहन को दूसरे शहर में बेच दिया है.
पुलिस द्वारा जमशेदपुर में अपराधी गिरफ्तार हुआ और ये मामला सामने आया. इसको लेकर परसुडीह थाना प्रभारी राम कुमार वर्मा ने बताया कि मुकेश यादव पर कार को भाड़ा में लगाने के नाम पर ठगी करने का आरोप है. मामले का खुलासा तब हुआ जब मुकेश को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की इस दौरान पता चला कि मुकेश लोगों से कहता था कि वो उनके चार पहिया वाहन को भाड़ा में लगा देगा और भाड़ा के लिए वाहन को लेकर कुछ दिन भाड़ा देने के बाद उन्हें बेच देता था. उसने कुल 8 कार को शहर से बाहर और दूसरे राज्य में बेचने का काम किया है.
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी ने विनय कुमार की कार को जुगसलाई के ही एक कारोबारी को बेची थी. मुकेश लोगों को ठगी कर उनके वाहनों के कागजात भी ले लेता था. उसके इस काम में और भी कुछ लोग है जिनका पता लगाया जा रहा है. थाना प्रभारी ने बताया ठगी कर बेचे गए चार पहिया वाहनों को बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने कीताडीह निवासी दिव्या खन्ना की कार को रांची से बरामद किया, जहां ये कार एक ऑनलाइन सैकंड हैंड कार बेचने वाले को ब्रोकर दी गई थी. इसके अलावा एफआईआर दर्ज कराने वाली महिला सुनीता अग्रवाल की कार को बिहार में बेच दिया गया था.
इसलिए अगर आप अपने वाहन को किसी व्यक्ति को भाड़ा में चलाने के लिए दे रहे हैं तो सोच समझकर पूरी जांच कर अपने वाहन को भाड़ा में दे. इसके साथ ही अगर आप किसी व्यक्ति से सेकंड हैंड वाहन खरीद रहे हैं तो उसे ठोक बजाकर कागजात की पूरी सत्यता जांच कर उसे खरीदें नहीं तो आपको कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ेगा और जेल भी जा सकते हैं. इसलिए इस तरह का सौदा करने से पहले जरूर सोचें, सावधानी बरतें और सतर्क रहें.