जमशेदपुर: कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से जारी किए गए लॉकडाउन के दौरान लोगों को खाने-पीने की दिक्कत ना हो इसके लिए खाद आपूर्ति विभाग ने कई योजना की शुरुआत की थी, जिसमें जरूरतमंदों को खाना खिलाया जा रहा था, लेकिन अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रह रही है, जिसको देखते हुए कुछ केन्द्रों को बंद कर दिया गया है.
जमशेदपुर: लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को फ्री में खिलाया गया खाना, खाद्य आपूर्ति विभाग ने चलाई कई योजनाएं
जमशेदपुर शहर में लॉकडाउन के दौरान लोगों को खाने की समस्या ना हो इसके लिए कई जगहों पर जरूरतमंदों को खाना खिलाने के लिए कई केन्द्र खोले गए थे, लेकिन अब स्थिति सामान्य होने की वजह से की केन्द्रों को बंद कर दिया गया है.
विभाग से मिली जानकारी अनुसार लाॅकडाउन के शुरूआती दौर से ही राज्य सरकार के निर्देश पर खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से मुफ्त में अलग-अलग योजना चलाकर जरूरतमंदों को खाना खिलाया जा रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री कैंटिन योजना के तहत आठ गाड़ियों की सहायता से अलग-अलग जगहों पर भोजन वितरण किया जा रहा हैं. जिले में 16 मुख्यमंत्री दाल भात केन्द्र, 22 विशेष दाल भात केन्द्र, थाने में चलने वाला 36 अतिरिक्त दाल भात केन्द्र , 28 विशिष्ट दाल भात केन्द्र और 8 हाइवे किचन के माध्यम से खाना खिलाया गया. इसके अलावा दीदी किचन योजना भी चलाई गई थी, जिसमें हाइवे किचन को पहले ही बंद कर दिया गया था. जबकि अन्य योजना पूर्व की तरह चल रही थी, लेकिन 30 जून के बाद खाद्य आपूर्ति विभाग ने कई योजनाओं को बंद कर दिया है. हालांकि अभी भी खाद्य आपूर्ति विभाग के द्वारा 2-3 योजना चलाकर जरूरतमंदों को फ्री में खाना खिलाया जा रहा है.
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इस संबंध में विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि कोविड-19 के संक्र॔मण के समय विभाग की ओर से जरूरतमंदों को खाना खिलाने के लिए कई केंद्र खोले गए थे, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है. इसलिए कुछ केन्द्रों को बंद कर दिया गया है. मुख्यमंत्री कैंटिन योजना, मुख्यमंत्री दाल भात केन्द्र और विशेष दाल-भात केन्द्र के 16 सेंटर चल रहे है. यहां पर जरुरतमंद को अभी भी मुफ्त में भोजन कराया जा रहा है.