जमशेदपुर:पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने पाकिस्तान के खिलाफ जंग में खुकरी जहाज के शहीद जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. पाकिस्तान से हुए जंग में जीत को याद कर नौसेना दिवस मनाया है. पूर्व सैनिकों ने देश के युवाओं को सेना में आने की अपील की है. जिले में गोलमुरी क्षेत्र में स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद के बैनर तले नौसेना दिवस मनाया और 4 दिसंबर 1971 में खुकरी जहाज के 176 शहीद जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
जमशेदपुर: नौसेना दिवस पर शहीदों को पूर्व सैनिकों ने दी श्रद्धांजलि, युवाओं से की सेना में आने की अपील
जमशेदपुर में 4 दिसंबर को नौसेना दिवस पर पर शहीद सैनिकों को याद किया गया. पूर्व सैनिकों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही युवाओं को सेना में आने की अपील की.
4 दिसंबर भारतीय नौसैनिक इतिहास का एक अविस्मरणीय और शौर्यमय दिन है. 1971 में इसी दिन नौसेना के जांबाज वीरों और उसके कमांडर की बेहतर युद्ध रणनीति के कारण पाकिस्तानी सेना को हार का सामना करना पड़ा था जिसमें पाकिस्तानी जहाज खैबर मुहाफिज चैलेंजर और पनडुब्बी गाजी को डुबो दिया गया. इसी की खुशी में प्रति वर्ष 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है.
176 जवान हुए थे शहिद
वहीं इस युध्द के दौरान भारतीय आईएनएस खुकरी जहाज समुद्र में डूबने लगा था. जहाज के कैप्टेन महेंद्र नाथ मुल्ला ने जहाज में मौजूद सभी सैनिकों को जहाज से कूदने का आदेश दिया, जिसके बाद सभी सैनिक जहाज से समुद्र में कूद गए. इस दौरान कुल 176 नौ सैनिक शहीद हो गए. जबकि जहाज में तैनात कैप्टन महेंद्र नाथ मुल्ला ने अपना कैप्टन धर्म निभाते हुए खुकरी जहाज में डटे रहे और जहाज के साथ ही समुद्र में समा गए और शहीद हो गए. इस घटना के बाद से शहीद कैप्टन के साथ 176 शहीद हुए नौसैनिकों को प्रतिवर्ष उनके बलिदान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है. जमशेदपुर में पूर्व सैनिकों ने नौसेना दिवस पर श्रधांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा.
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पूर्व सैनिक सिद्धनाथ सिंह ने कहा है कि 4 दिसंबर 1971 हमारे लिए और देश के लिए एक यादगार दिन है. उन्होंने देश की रक्षा में तैनात सैनिकों को सम्मान करने के साथ देश के युवाओं को सेना में आने की अपील की है.