जमशेदपुरः औषधि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित दवाओं की खेप आई है और आसपास के इलाकों में सप्लाई की जानी है. इस सूचना के आधार पर जुगसलाई थाना क्षेत्र में एक ट्रांपोर्टर के गोदाम में ड्रग्स विभाग ने छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की हैं. हालांकि, अवैध कारोबार में लगे कारोबारियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
यह भी पढ़ेंःजमशेदपर में टाटा स्टील और सीआईआई की पहल, बेरोजगारों को मॉडल कैरियर एप के जरिये मिलेगा रोजगार
ड्रग्स विभाग ने स्थानीय पुलिस की मदद से शिव घाट रोड स्थित विकास रोडवेज के गोदाम में छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान 17 कार्टन प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद किया गया है. प्रतिबंधित इंजेक्शन में ऑक्सीटॉक्सी है. ऑक्सीटॉक्सी में भी चार प्रकार के इंजेक्शन हैं, जिसे भारत सरकार ने प्रतिबंध किया है. इसके बावजूद प्रतिबंधित दवाओं का कारोबार किया जा रहा है.
जानकारी देते ड्रग इंस्पेक्टर ड्रग इंस्पेक्टर मो. इबरार आलम ने बताया कि 4 सदस्यीय टीम विकास रोडवेज के गोदाम में छापेमारी की जहां से प्रतिबंधित इंजेक्शन ऑक्सीटॉक्सी बरामद किया गया है. प्रतिबंधित इंजेक्शन की खेप बिहार की राजधानी पटना से जमशेदपुर पहुंची है. उन्होंने बताया कि अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. लेकिन पटना में कहां से इंजेक्शन भेजा गया और यहां किसने मंगवाया. इसकी जांच शुरू कर दी गई है और शीघ्र ही दोषियों और अवैध कारोबार से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.
ड्रग्स विभाग के अधिकारी सूत्रों ने बताया कि ऑक्सीटॉक्सी का इस्तेमाल मवेशियों से ज्यादा दूध उत्पादन करने के साथ साथ हरी सब्जियों के उत्पादन बढ़ाने में किया जा रहा है. जो लोगों के लिए काफी खतरनाक है. ड्रग इंस्पेक्टर मो. इबरार आलम ने बताया कि विकास रोडवेज के मालिक से पूछताछ की जा रही है. ट्रांसपोर्टर सही सूचना नहीं देता है तो उसके खिलाफ भी ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.