जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के सामने लगाया गया डिसइंफेक्शन चैंबर को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला के आदेश पर बंद कर दिया गया है. वहीं दूसरी तरफ साकची बाजार में लगे इस चैंबर को बंद कर दिया गया है.
लोगों को किया जाता है सेनेटाइज
फिलहाल दोनों चैबरों को जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के कार्यालय में रखा गया है. दोनों को हटाने का निर्देश उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला ने दिया है. जिला प्रशासन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि एमजीएम में संचालित चैंबर कोविड-19 के संक्रमण को रोकने में कितना कारगर है. उसे जिला प्रशासन अपने स्तर से पहले जांच कर लेगा उसके बाद ही इस चैंबर को इस्तेमाल किया जाएगा. मालूम हो कि इस चेंबर के तहत हाइड्रोजन पैराक्साइड और डेटाॅल के माध्यम से चैंबर मे प्रवेश करने वाले लोगो को सैनिटाइज किया जाता था.
जानकारी के अनुसार हाइड्रोजन पैराक्साइड पानी और ऑक्सीजन के मिश्रण से बनता है. यह एक बेहतरीन कीटाणु नाशक औषधि होती है और संक्र॔मण को बचाने तथा सफाई के उद्देश्यों में यह काफी प्रभावी होती है. इसे सबसे सुरक्षित और प्रभावी प्राकृतिक सेनेटाइजर माना जाता है. बता दें कि 1 सप्ताह पूर्व ही जिले के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला और एसएसपी अनूप बिरथरे ने संयुक्त रूप से एमजीएम अस्पताल में डिसइन्फेक्शन चेंबर का उद्घाटन किया था.