जमशेदपुर: कोल्हन डीआईजी के निर्देश के बाद जमशेदपुर पुलिस काफी सख्त नजर आ रही है. सोमवार को शहर में लगातार बढ़ रही अपराधिक घटनाओं को देखते हुए कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन सिंह देर रात जमशेदपुर पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस अधिकारियों को कड़ा संदेश दिया था. लगातार दो दिनों के भीतर जमशेदपुर पुलिस ने तीन बड़े मामलों का खुलासा किया है. ताजा मामला गोलमुरी थाना क्षेत्र का है. बीते मार्च महीने में गोलमुरी के एक व्यवसाई मनीष अग्रवाल के दुकान पर गोली चलने की घटना हुई थी. उस घटना का खुलासा करते हुए गोलमुरी पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
जमशेदपुर में अपराधी गिरफ्तार, मार्च में व्यवसाई पर चलाई थी गोली - Firing in Golmuri region
कोल्हन डीआईजी के निर्देश के बाद जमशेदपुर पुलिस काफी सख्त नजर आ रही है. लगातार दो दिनों के भीतर जमशेदपुर पुलिस ने तीन बड़े मामलों का खुलासा किया है. बीते मार्च महीने में गोलमुरी के एक व्यवसाई मनीष अग्रवाल के दुकान पर गोली चलने की घटना हुई थी. इसी मामले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है.
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वहीं, मामले का मास्टरमाइंड पड़ैया घटना के बाद से फरार चल रहा था. वहीं, गोलमुरी थाना प्रभारी के निर्देश पर पड़ैया की गिरफ्तारी को लेकर एक टीम का गठन किया गया. टीम के सदस्यों को सरगना पड़ैया को चाईबासा के मझारी से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. जानकारी देते हुए गोलमुरी थाना प्रभारी ने बताया कि वह एक कुख्यात अपराधी है, और न केवल जमशेदपुर, बल्कि चक्रधरपुर, सिसई, मंझारी, बरियातू और गुमला थाने में भी उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. घटना के संबंध में थाना प्रभारी ने बताया कि व्यवसाई मनीष अग्रवाल पर गोली चालन की घटना के बाद गिरफ्तार दो अपराधकर्मियों से पूछताछ में सरगना पड़ैया का नाम सामने आया था. जिसके बाद से वह फरार चल रहा था. फिलहाल जमशेदपुर पुलिस के लिए इसे एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है. वहीं पुलिस पड़ैया से पूछताछ कर रही है.