जमशेदपुरः पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने उत्तराखंड के सह प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है. दीपिका पांडेय सिंह ने इस्तीफा देने के बाद रविवार को जमशेदपुर में कांग्रेस के कोल्हानस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लिया. कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि देश में बेरोजगारी, महंगाई और जनहित के मुद्दों पर सांप्रदायिकता हावी है. इस सांप्रदायिकता की वजह से कांग्रेस की हार हुई है, जिसपर विचार करने की जरूरत है.
यह भी पढ़ेंःउत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, दीपिका पांडे ने राष्ट्रीय सचिव और सह-प्रभारी पद से दिया इस्तीफा
कांग्रेस नेता पांडे ने कहा कि पार्टी के आला कमान ने जो जिम्मेदारी दी थी, उसे पूरी ईमानदारी से निभाया. लेकिन परिणाम अच्छा नहीं मिला. इस हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैंने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी अब जो भी काम देगी, उसे पूरा करेंगी. दीपिका ने कहा कि झारखंड में भी बीजेपी के नेता सांप्रदायिकता फैलाना चाहते हैं. यही वजह है कि बीजेपी के विधायक भगवा वस्त्र पहनकर विधानसभा पहुंचते हैं. उन्होंने कहा कि देश का रंग तिरंगा है. तिरंगा को खत्म नहीं होने देंगे.
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने भाषा विवाद पर कहा कि पार्टी विचार कर रही है. पार्टी का निर्णय शीघ्र ही सबके सामने होगा. उन्होंने कहा कि भाषा तोड़ने के लिए नहीं, बल्कि जोड़ने के लिए होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज बेरोजगार युवाओं के लिए काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार में मजबूती के साथ काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह