खगड़िया: एसबीआई की एडीबी शाखा के पूर्व ब्रांच मैनेजर भवेश खां (former branch manager Bhavesh Khan) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चौथम थाना पुलिस ने जमशेदपुर से आरोपी को गिरफ्तार किया है. KCC लोन देने के नाम पर लाखों रुपये गबन करने का आरोप ब्रांच मैनेजर पर है. मामले में चौथम थाना में 2017 में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. इस कांड के अन्य सभी सातों नामजद अभियुक्त न्यायालय से जमानत पर हैं.
खगड़ियाः दो करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी पूर्व ब्रांच मैनेजर को चौथम पुलिस ने झारखंड से किया गिरफ्तार - एसबीआई की एडीबी शाखा
एसबीआई की एडीबी शाखा के पूर्व ब्रांच मैनेजर भवेश खां (former branch manager Bhavesh Khan) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चौथम थाना पुलिस ने जमशेदपुर से आरोपी को गिरफ्तार किया है. KCC लोन देने के नाम पर लाखों रुपये गबन करने का आरोप ब्रांच मैनेजर पर है. मामले में चौथम थाना में 2017 में प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
![खगड़ियाः दो करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी पूर्व ब्रांच मैनेजर को चौथम पुलिस ने झारखंड से किया गिरफ्तार Chautham police arrested former branch manager](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-17077566-777-17077566-1669828914450.jpg)
आठ लोगों पर हुई थी प्राथमिकीः इस पूरे मामले को लेकर खगड़िया पुलिस ने बताया कि रंजन मिस्त्री नामक व्यक्ति ने केस दर्ज कराया था. शिकायतकर्ता बेलदौर थाना के चोढ़ली का रहनेवाला है. उसके लिखित आवेदन के आधार पर दिनांक 12.05.2017 को चौथम थाना कांड सं-91 /17 दर्ज किया गया. आरोपी पर धारा-420 / 406 / 409/ 467/468/471/120 (बी) / 34 भादवि के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गयी. मामले में भवेश खां एवं अन्य 7 को नामजद किया गया.
पैसे निकालने का आरोपः इन अभियुक्तों के विरुद्ध धोखाधड़ी कर जालसाजीपूर्वक वादी एवं उनके ग्रामीणों से कृषि लोन दिलाने के नाम पर करीब 2 करोड़ रुपया ठगने तथा निकासी फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाकर निकासी कर लेने का आरोप लगाया था. मामले में अनुसंधान किया गया. अनुसंधान के क्रम में अभियुक्त भवेश कुमार खान को जमशेदपुर के विष्टुपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. उनकी गिरफ्तारी के लिए चौथम थाना के पुअनि सत्यव्रत सिंह, सिपाही उदय कुमार, सिपाही वितेश कुमार को भेजा गया था. भवेश खां को चौथम थाना लाकर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया. पूरे मामले को लेकर गिरफ्तार ब्रांच मैनेजर कुछ भी बताने से बचते दिखे.