जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले के नाई समाज के लोगों ने भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव के नेतृत्व में जिले के उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंपा है. इसमें सरकार से नाई की दुकान, पार्लर और सैलून को नियमों के साथ खोलने की मांग की गई है.
पत्र में कहा गया है कि सरकार की ओर से लागू किए गए लॉकडाउन का नाई समाज ने पूरी तरह अनुपालन किया. पांच महीने से अधिक का समय बीत चुका है. जब सरकार की ओर से कई व्यवसाय को सशर्त खोलने की अनुमति दी जा रही है, तब प्रदेश समेत पूर्वी सिंहभूम जिले के नाई दुकान, सैलून, पार्लर के बंद रहने से जिले में नाई समाज के हजारों लोगों की आर्थिक स्थिति बदहाल हो गई है. पत्र में कहा गया है कि नाई समाज के लगभग 90 प्रतिशत लोग अपने पुस्तैनी कार्य से जुड़े हुए है, जो आजीविका का एकमात्र साधन है.
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परिवार का भरण-पोषण करना बड़ी चुनौती
इस अवसर पर जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा कि सैलून के बंद रहने से संचालकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न है. अब तो जिले में सैलून व्यवसाय से जुड़े लोग कर्ज के बोझ में हताश होकर आत्महत्या जैसे कदम उठाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने को मजबूर हो रहे हैं. जमशेदपुर के सोनारी स्थित गुदरी बाजार के नरेश सैलून के संचालक 35 वर्षीय श्याम नरेश ठाकुर के दुकान में फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में उन्होंने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया. उन्होंने कहा कि संपूर्ण नाई समाज जो सैलून पर निर्भर थे उनके सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. छोटे दुकानदार जो गुमटी में हजामत करते हैं, वे भी हताश और निराश दिखाई दे रहे हैं. ऐसी स्थिति में परिवार का भरण-पोषण करना बड़ी चुनौती बन गयी है. गुंजन यादव ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी, जमशेदपुर महानगर ने मुख्यमंत्री के नाम 4 सूत्री मांग पत्र भेजा है. जिनमें,
● पूरे प्रदेश समेत पूर्वी सिंहभूम जिले में सैलून व्यवसाय को कोविड-19 के दिशा निर्देशों के साथ खोलने की अनुमति.
● विपदा के इस काल में राज्य सरकार नाई समाज के प्रति भी सहानुभूति पुर्वक विचार करते हुए उनकी समस्याओं पर ध्यान देने.
● लॉकडाउन से नाई समाज की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है. उनकी आर्थिक बदहाली को देखते हुए राज्य सरकार अन्य राज्यों की तर्ज पर सैलून संचालकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने.
● मृतक के आश्रित परिवार को 10 लाख मुआवजा राशि देने की मांग शामिल है.