झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

झारखंड में दो सीटों पर उपचुनाव, बेरमो सीट से बीजेपी के टिकट के लिए योगेश्वर महतो ने ठोंका दावा - बेरमो उप चुनाव न्यूज

दुमका और बेरमो विधानसभा सीट पर बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही उप चुनाव होने हैं. इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गई है. नेताओं ने टिकट को लेकर अपनी दावेदारी भी पेश करना शुरू कर दिया है. कुम्हार महासंघ के संरक्षक योगेश्वर महतो बाटुल ने एक बार फिर बेरमो विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दावा ठोक दिया है, साथ ही उन्होंने जीत का भी दावा किया है.

yogeshwar-mahato-claimed-ticket-from-bjp-from-bermo-seat-in-dumka
बीजेपी के टिकट के लिए योगेश्वर महतो ने ठोंका दावा

By

Published : Sep 13, 2020, 7:47 PM IST

दुमका: झारखंड में दुमका और बेरमो विधानसभा सीट पर कुछ ही दिनों में उप चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में टिकट के लिए दावेदारी शुरू हो गई है. रविवार को दुमका में झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ की बैठक हुई, जिसमें कुम्हार समाज से जुड़े लोगों ने भाग लिया. बैठक में कुम्हार महासंघ के संरक्षक योगेश्वर महतो बाटुल ने एक बार फिर बेरमो विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दावा ठोका. उन्होंने कहा कि बीजेपी की ओर से लगातार चार बार से टिकट मिला है, दो बार जीत दर्ज हासिल हुई है, 2019 के विधानसभा चुनाव में हार का सामने करना पड़ा, लेकिन फिर से जनता मेरे साथ है. उन्होंने जीत का भी दावा किया है.

देखें पूरी खबर


दोनों विधानसभा सीट पर जातिगत निर्णायक
झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र महतो ने कहा कि बेरमो से योगेश्वर महतो को बीजेपी फिर से प्रत्याशी बनाती है तो इसका प्रभाव दुमका उप चुनाव में भी पड़ेगा, क्योंकि उनके पास कुम्हार समाज के की संख्या एक ओर जहां बेरमो में 22 हजार है, वहीं दुमका विधानसभा सीट में 15 से 17 हजार तक है, वह बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मिलकर यह मांग करेंगे कि बेरमो सीट से योगेश्वर महतो को टिकट मिले.

इसे भी पढे़ं:- ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों की अनोखी पहल, 'मोहल्ला क्लास' चला कर बच्चों को दे रहे शिक्षा


हेमंत सरकार से माटी कला बोर्ड का पुनर्गठन करने की मांग
राजेंद्र महतो ने कहा कि रघुवर सरकार ने माटी कला बोर्ड का गठन किया था, जिसका 3 साल का कार्यकाल मई में पूरा हो गया है. उन्होंने हेमंत सरकार से माटी कला बोर्ड का पुनर्गठन की मांग की है. उन्होंने कहा कि आज कुम्हार समाज की स्थिति काफी दयनीय है, खासतौर पर कोरोना काल में वह दिहाड़ी मजदूर बन गए हैं, ऐसे में माटी कला बोर्ड के तहत उन्हें तरह-तरह के प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने की जरूरत है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details