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दुमकाः अंतिम सोमवारी में बासुकीनाथ में सन्नाटा, कोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं खुला मंदिर

दुमका का विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर लॉकडाउन के कारण पूर्ण रूप से बंद है. ऐसा पहली बार हुआ कि बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं किया गया है. जिससे श्रद्धालु निराश होकर घर लौट रहे हैं.

basukinath temple in dumka
बासुकीनाथ मंदिर.

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Published : Aug 3, 2020, 2:48 PM IST

दुमकाःलॉकडाउन की वजह से बासुकीनाथ धाम मंदिर में सावन माह के अंतिम सोमवारी को भी मंदिर में सन्नाटा पसरा रहा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी बासुकीनाथ धाम नहीं खुला. स्थानीय लोगों के साथ-साथ पंडों ने भी नाराजगी जताई. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सावन की अंतिम सोमवारी को प्रशासन की ओर से भक्तों के लिए मंदिर खोला जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिससे भक्त काफी मायूस हुए.

सोमवारी में बासुकीनाथ मंदिर में पसरा सन्नाटा

बासुकीनाथ धाम में सन्नाटा पसरा
श्रावणी पूर्णिमा के साथ-साथ माह की अंतिम सोमवारी को बासुकिनाथ धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है. लॉकडाउन के कारण सावन में बाबा का मंदिर बंद रहने से श्रद्धालु बासुकीनाथ धाम मंदिर में पूजा अर्चना नहीं कर पाए. जिसके कारण श्रद्धालुओं सहित स्थानीय दुकानदारों में मायूसी छाई है. वहीं, पंडा समाज सरकारी आदेश का अनुपालन करते हुए बाबा बासुकीनाथ की पूजा अर्चना का ऑनलाइन दर्शन कराने में सहयोग कर रहे हैं. श्रद्धालु श्रावण मास में बाबा बासुकीनाथ की स्पर्श पूजा नहीं कर पाने से आहत है. वहीं, श्रावणी माह में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आई. मंदिर के सभी प्रवेश द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, ताकि भक्त गंगा में स्नान ना कर सके. बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है कि श्रावणी मेला का आयोजन नहीं किया गया और बाबा भोलेनाथ का ऑनलाइन दर्शन कराया जा रहा है.

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बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं
विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर लॉकडाउन के कारण पूर्ण रूप से बंद है. ऐसा पहली बार हुआ कि बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं किया गया है. श्रद्धालु निराश होकर घर लौट रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जहां बाबा धाम देवघर मंदिर खुल गया है. वहीं, बासुकीनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से नहीं खोला जाना श्रद्धालुओं के लिए एक आघात सा है. पंडा प्रशासन से मांग करते हैं कि नियम पूर्वक ही सही, लेकिन मंदिर को खोलें और भक्तों को बाबा का दर्शन हो.

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