दुमका:उपराजधानी दुमका की बेटी अंकिता की मौत (Death of Ankita in Dumka) के बाद पूरे जिला के लोग काफी दुखी और मर्माहत हैं. कई सामाजिक संगठनों ने आज बाजार बंद का आह्वान किया था. लेकिन, इसके लिए किसी को भी सड़क पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि लोगों ने खुद अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद (Business establishments closed in Dumka) कर रखे हैं. पूरे शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है. इधर प्रशासन ने सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम कर रखे हैं.
इसे भी पढ़ें:Dumka Ankita funeral, अंकिता का अंतिम संस्कार आज, लोगों के आक्रोश को लेकर इलाके में सुरक्षा बल तैनात
क्या कहते हैं स्थानीय लोग: दुमका की बेटी अंकिता, जिसे एक वहशी ने जलाकर मार डाला है. इस तरह से अंकिता की मौत के बाद स्थानीय लोग दुखी होने के साथ साथ काफी आक्रोशित भी हैं. वे सरकार पर अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि दोषी शाहरुख को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए और यह सुनिश्चित की जाए कि ऐसी घटना दोबारा न हो.
क्या है मामलाः दुमका में व्यवसायी संजीव सिंह की बेटी अंकिता को पड़ोस में ही रहने वाला शाहरूख काफी समय से परेशान कर रहा था. अंकिता के घर वालों ने बताया था कि शाहरूख ने कहीं से अंकिता का नंबर हासिल कर लिया था. तभी से वह एकतरफा प्यार में अंकिता पर दोस्ती करने का दबाव डाल रहा था. आरोप है कि अंकिता जब राजी नहीं हुई और उसे झिड़का तो शाहरुख ने आपा खो दिया और धमकी दी कि अगर मेरा कहा नहीं मानोगी तो मैं तुम्हें मार डालूंगा.
कैसे हुई घटनाः अंकिता के परिजनों ने बताया कि 23 अगस्त की सुबह अंकिता घर में सोई हुई थी. इसी बीच शाहरूख उसके घर पहुंचा और खिड़की से उस पर पेट्रोल फेंक दिया और जब तक वह कुछ समझ पाती आरोपी ने माचिस जला कर उसको आग लगा दी. जिसके बाद उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स रेफर किया गया था. रिम्स में अंकिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.