दुमकाःग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल में 1.42 करोड़ की हेराफेरी का मामला सामने आया है. इस मामले में प्रमंडल में कार्यरत कैशियर पवन कुमार वर्मा ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू की तो प्राथमिकी दर्ज कराने वाला ही मुख्य आरोपी निकला. इससे नगर थाने की पुलिस ने कैशियर पंकज कुमार वर्मा और कम्प्यूटर ऑपरेटर पवन कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई. इसके बाद जेल भेज दिया गया.
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कंप्यूटर ऑपरेटर ने खोला सच
कंप्यूटर ऑपरेटर पवन कुमार गुप्ता से पुलिस पूछताछ की तो कंप्यूटर ऑपरेटर ने सारे राज खोल दिए. पुलिस को बताया कि लालच में आकर पंकज कुमार वर्मा के कहने पर अपराध किया है. रुपये की हेराफेरी करने के बाद मोबाइल का सिम कार्ड तोड़कर फेंक दिया. इसके साथ ही मोबाइल का डाटा भी डिलीट कर दिया है. पुलिस ने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर के बयान के आधार पर पंकज कुमार वर्मा को गिरफ्तार कर पूछताछ की, तो पंकज से अपराध स्वीकार कर लिया है.