Human Trafficking: दुमका से दिल्ली ले जाई जा रही चार लड़कियों का रेस्क्यू, यूपी का एक दंपती गिरफ्तार
दुमका से काम दिलाने के नाम पर दिल्ली ले जाई जा रही चार नाबालिग आदिवासी लड़कियों को पुलिस ने रेस्क्यू किया है. मामले में उत्तर प्रदेश के हाथरस के एक दंपती को गिरफ्तार किया गया है.
दुमका: जिले के शिकारीपाड़ा थाना पुलिस ने काम के नाम पर दिल्ली ले जाई जा रही चार नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू किया है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के हाथरस के एक दंपती निर्दोष कुमार और किरण देवी को गिरफ्तार किया गया है.
क्या है पूरा मामला:दरअसल, पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि शिकारीपाड़ा रेलवे स्टेशन पर चार नाबालिग आदिवासी लड़कियां ट्रेन के इंतजार में बैठी हैं. उनके साथ एक दंपती है. पुलिस तुरंत रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां से लड़कियों को बरामद किया. साथ ही साथ निर्दोष कुमार नामक एक युवक और उसकी पत्नी किरण देवी को हिरासत में लेकर थाना ले आई. पूछताछ में पता चला कि किरण देवी, जिसका मायका दुमका जिले के ही रानीश्वर थाना क्षेत्र के रंगलिया गांव में है और उसकी शादी उत्तर प्रदेश के हाथरस के मनोरा थाना क्षेत्र के निर्दोष कुमार के साथ हुई है. यह दोनों दुमका आए थे और चार नाबालिग आदिवासी लड़की को काम दिलाने के नाम पर बहला फुसलाकर दिल्ली ले जा रहे थे.
चौथी-10वीं पास हैं लड़कियां:इस मामले में खास बात यह है कि बरामद चार लड़कियों में एक चौथी कक्षा, दूसरी सातवीं कक्षा, तीसरी नौवीं कक्षा और चौथी दसवीं पास स्टूडेंट है. चार में से एक लड़की के पिता ने थाने में लिखित आवेदन दिया कि मेरी जानकारी के बगैर मेरी बेटी को यह लोग अपने साथ ले जा रहे थे.
शिकारीपाड़ा थाना पहुंचे एसडीपीओ: इधर, घटना की जानकारी पाकर दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा शिकारीपाड़ा थाना पहुंचे और उन्होंने पूछताछ की. बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसडीपीओ ने कहा कि यह मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा हुआ है, जिसे हमलोगों ने रेस्क्यू किया है. चारों बच्चियों को हम लोग दुमका के बाल कल्याण समिति के यहां सुपुर्द कर रहे हैं. आगे की कार्रवाई उनके स्तर पर होगी. साथ ही साथ निर्दोष कुमार और किरण कुमारी को जेल भेजा जा रहा है. इस तरह शिकारीपाड़ा थाना की तत्परता से चार नाबालिग लड़की को बचा लिया है.