दुमकाः कोरोना की वजह से 2020 और 2021 में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हुआ. इस बार परिस्थितियां लगभग सामान्य है. ऐसे में इस वर्ष 2022 में धूमधाम से श्रावणी मेला का आयोजन हो रहा है. प्रशासन को उम्मीद है कि काफी संख्या में श्रद्धालु पूरे सावन माह भगवान शिव पर जलार्पण और दर्शन के लिए आएंगे.
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बासुकीनाथ धाम में तैयारियां अंतिम चरण मेंः इस बार विश्व प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ की नगरी में बोल बम के जमकर जयकारे गूंजेंगे. बासुकीनाथ में आगामी श्रावणी मेला को लेकर सौंदर्यीकरण और यात्री सुविधाओं को लेकर कई कार्य किए जा रहे हैं. प्रशासन का प्रयास है कि बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को यहां आने पर सुखद अनुभूति के साथ-साथ हर प्रकार की सुविधा सहज ही प्राप्त हो सके. दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने पिछले दिनों बासुकीनाथ मंदिर परिसर स्थित प्रशासनिक सभागार में मैराथन बैठक कर सभी विभागों को श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर किए जा रहे कार्यों का लक्ष्य दिया था, जिस पर काम किया जा रहा है.
बासुकीनाथ मंदिर के पीछे बायपास बनने से मिलेगी सुविधाः श्रावणी मेला में बासुकीनाथ के मुख्य सड़क पर काफी भीड़ होने से जाम की स्थिति हो जाती थी. जबकि बायपास सड़क क्षतिग्रस्त होने से बाहर के श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती थी. लेकिन इस वर्ष गरडी मोड़ से हथनंगा, दर्शनिया टिकर, सरडीहा बाईपास रोड का कार्य अंतिम चरण में है. इस सड़क के पूर्ण हो जाने की वजह से उम्मीद है कि आने वाले समय में श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से नहीं जुझना पड़ेगा.
63 लाख की लागत से झूलन मंदिर का जीर्णोद्धार और अन्य कार्यः बासुकीनाथ धाम में झूलन मंदिर जीर्णोद्धार, बगलामुखी मंदिर, तारा मंदिर, छिन्नमस्तिका मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य प्रगति पर है. बासुकीनाथ मंदिर में विद्युतीकरण, गर्भगृह में नए वातानुकूलित यंत्र के लगाने का कार्य अंतिम चरण में है. इसके अलावा शिवगंगा के चारों और सुंदरीकरण का कार्य शिवगंगा के सीढ़ी को रंग-रोगन का कार्य किया जा रहा है. दुमका-देवघर मुख्य मार्ग में बासुकीनाथ नंदी चौक के समीप नंदी की प्राचीन प्रतिमा को हटाकर 16 लाख रुपए की लागत से नंदी की सफेद मार्बल की प्रतिमा स्थापित की जाएगी.