झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

शिबू सोरेन के खिलाफ निशिकांत दुबे ने फेसबुक पर किया पोस्ट, संथाल का राजनीतिक पारा चढ़ा - Dumka Administration

झारखंड में विधासभा चुनाव 2019 से पहले ही गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दुमका की राजनीति गरमा दी है. निशिकांत दुबे ने दुमका स्थित शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के घर को तोड़ने के लिए दुमका प्रशासन से अनुरोध किया है, निशिकांत दुबे का आरोप है कि इनका घर एसपीटी कानून का उल्लंघन कर बनाया गया है.

बीजेपी-जेएमएम आमने-सामने

By

Published : Aug 21, 2019, 6:14 PM IST

दुमका:गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के खिलाफ फेसबुक पर पोस्ट अपलोड किया था, जिसके बाद संथालपरगना का राजनीतिक पारा चढ़ गया है. एक बार फिर बीजेपी और झामुमो एक दूसरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने फेसबुक पोस्ट में दुमका जिला प्रशासन से शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन का दुमका स्थित मकान तोड़ने का अनुरोध किया है. उन्होंने प्रशासन से कहा है कि उनका मकान एसपीटी कानून का उल्लंघन कर बना है. दुमका सदर प्रखंड के खिजुरिया गांव में शिबू सोरेन का मकान है.

इसे भी पढ़ें:-दुमका में सांसद समाधान केंद्र शुरू, MP सुनील सोरेन सुनेंगे लोगों की समस्या

बीजेपी-झामुमो आमने सामने
निशिकांत दुबे के इस फेसबुक पोस्ट के बाद से बीजेपी के दूसरे सांसद भी उनके समर्थन में आ गए हैं. दुमका सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि एसपीटी का सबसे अधिक उल्लंघन शिबू सोरेन के परिवार ने किया है, निशिकांत दुबे ने अगर शिबू सोरेन के मकान को तोड़वाने की मांग की है तो उसे टूटना चाहिए.

झामुमो ने निशिकांत दुबे को बताया बाहरी
सांसद निशिकांत दुबे के फेसबुक पोस्ट पर झामुमो ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और झामुमो नेता शशांक शेखर भोक्ता का कहना है कि निशिकांत दुबे भागलपुर के हैं और रघुवर दास छत्तीसगढ़ के जबकि, शिबू सोरेन झारखंड के धरती पुत्र हैं. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी कश्मीर की तरह झारखंड को केन्द्र शासित राज्य बना कर लूटना चाहती है, जिसमें गुरुजी और हेमंत सोरेन दीवार बन कर खड़े हैं.

गौरतलब है कि, निशिकांत दुबे संथालपरगना काश्तकारी अधिनियम अथार्त एसपीटी एक्ट में संसोधन के हिमायती रहे हैं. उनका कहना है कि यहां गैर आदिवासी को अपनी जमीन की खरीद बिक्री का अधिकार मिले. इसे लेकर उन्होंने कुछ दिन पहले गोड्डा में एक बयान दिया था. उसके बाद झामुमो ने निशिकांत दुबे का विरोध करते हुए पुतला भी दहन किया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details