दुमकाः सरकारी कामकाज में किस कदर लापरवाही बरती जाती है इसका बड़ा नमूना दुमका में देखा जा सकता है. दरअसल दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर जामा प्रखंड में स्थित भुरभुरी पुल इस वर्ष के फरवरी माह में क्षतिग्रस्त हो गया था. लंबे समय तक तो इसमें मरम्मत का काम ही शुरू नहीं हुआ. दो माह पहले मरम्मत शुरू हुआ लेकिन कार्य की प्रगति काफी धीमी है. इससे हजारों लोगों को प्रतिदिन आवागमन में अत्यंत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दुमका के इस पुल पर आवागमन ठप हो जाने से दुमका से भागलपुर आने जाने वाले लोगों को 20 किलोमीटर दूरी अधिक तय कर दूसरे रास्ते से अपना सफर पूरा करना पड़ रहा है. वैसे काफी संख्या में ऐसे भी लोग हैं जो जान जोखिम में डालकर नदी में उतर कर इस पार से उस पार हो रहे हैं.
ग्रामीणों की कट रही है चांदी
भुरभुरी पुल के क्षतिग्रस्त होने से अगल-बगल के जो ग्रामीण है उनकी चांदी हो गई है. क्योंकि उन्होंने नदी के पुल के नीचे से एक सड़क बना दिया है. साथ ही वो नदी में उतर कर लोगों को इस पार से उस पार कराते हैं. इस सहयोग के एवज में वे प्रति वाहन 20 से 25 रुपया वसूलते हैं.
जान जोखिम में डाल कर सफर करते लोग क्या कहते हैं राहगीरइस पुल से आने जाने वाले लोग काफी परेशान हैं. वह कहते हैं कि यह काफी खतरनाक रास्ता है लेकिन क्या करें पूल क्षतिग्रस्त हो गया है और काफी लंबी दूरी तय करने से बेहतर है कि थोड़ा खतरा मोल लिया जाए. जबकि सहयोग के नाम पर पैसे वसूल करने वाले ग्रामीण कहते हैं कि हम लोग तो मदद कर रहे हैं. हालांकि सभी चाहते हैं कि सरकार पुल का जल्द मरम्मत कराए. इसे भी पढ़ें- दुमकाः अवैध लकड़ी से भरा वाहन जब्त, चालक फरार
पथ निर्माण विभाग करा रहा है मरम्मत
पथ निर्माण विभाग की ओर से इस पुल के मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है. अवकाश रहने की वजह से पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता एसपी सिंह से मुलाकात नहीं हो पाई. हालांकि उन्होंने फोन पर बताया कि एक माह में 15 दिसंबर तक पुल का मरम्मत कार्य पूरा हो जाएगा.
सरकार को अविलंब ध्यान देने की जरूरतशासन-प्रशासन की ओर इस पुल की मरम्मत कराने में किस कदर लापरवाही बरती गई. पुल क्षतिग्रस्त फरवरी माह में हुआ लेकिन पुल पर मरम्मत का कार्य सितंबर माह में शुरू होगा. इस मार्ग के अवरुद्ध हो जाने से दूसरे सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है. अब दो माह पूर्व जब निर्माण का काम शुरू भी हुआ तो वह अब तक पूरा नहीं हो पाया. झारखंड सरकार को अविलंब इस दिशा में पहल करते हुए पूल का निर्माण कार्य जल्द पूरा कर लोगों को राहत देना चाहिए.