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संथाल परगना में हुई भारी बारिश से धान की फसल को लाभ, अच्छी पैदावार होने की संभावना - cyclonic storm Gulab

चक्रवाती तूफान गुलाब की वजह से संथाल परगना प्रमंडल में अच्छी बारिश हुई है. इस बारिश से धान की बेहतर फसल होने की संभावना है. संयुक्त कृषि निदेशक अजय कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष संथाल परगना प्रमंडल के सभी छह जिलों में धान की फसल काफी बेहतर होने की संभावना है.

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संथालपरगना में हुई भारी बारिश से धान की फसल को लाभ

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Published : Oct 3, 2021, 12:41 PM IST

दुमकाः चक्रवाती तूफान गुलाब की वजह से संथाल परगना प्रमंडल के छह जिलों में भारी बारिश हुई, जो धान की फसल के लिए काफी लाभदायक है. इससे प्रमंडल में अच्छे धान की पैदावार होने की संभावना है. वहीं, सब्जी की खेती को थोड़ा-बहुत नुकसान हुआ है.

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संथाल परगना प्रमंडल के कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक अजय कुमार सिंह ने बताया कि दुमका, साहिबगंज, पाकुड़ और गोड्डा में गुलाब चक्रवात की वजह से अच्छी बारिश हुई. जो धान की फसल के लिए अमृत वर्षा के समान है. उन्होंने कहा कि इस बारिश से धान की फसल को काफी लाभ पहुंचेगा और अच्छी पैदावार भी होगी. उन्होंने कहा कि जामताड़ा और देवघर जिले में भारी बारिश हुई है, लेकिन धान के पौधे को नुकसान नहीं होगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

सब्जी के फसल को पहुंचा थोड़ा नुकसान

संयुक्त कृषि निदेशक ने बताया कि कद्दू, टमाटर, खीरा, पटल जैसे फसल को थोड़ा नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि सब्जी की लत्ती से फूल टूट गये हैं, जिससे फल नहीं लेगा. हालांकि, अगले एक सप्ताह में स्थिति ठीक हो जाएगी.


किसानों को दी सलाह

अजय कुमार सिंह ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि अगर खेत में धान के पौधे लगे हैं और उस खेत में बारिश के पहले से पानी जमा था, तो उस पानी को निकाल दें. खेत में अधिक पानी जमा होने से पौधे के जड़ में कीड़ा लगने की आशंका रहती है.

बेहतर फसल होने की संभावना

संयुक्त कृषि निदेशक ने कहा कि इस वर्ष संथाल परगना प्रमंडल के सभी छह जिलों में धान की फसल काफी बेहतर होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि प्रमंडल क्षेत्र में लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत धान की रोपनी हुई है.

कितनी भूमि पर लगे हैं धान के पौधे

  • दुमकाः 1 लाख 12 हजार 593 हेक्टेयर
  • देवघरः 51 हजार 974 हेक्टेयर
  • जामताड़ाः 52 हजार हेक्टेयर
  • गोड्डाः 52 हजार 356
  • साहिबगंजः 48 हजार 678 हेक्टेयर
  • पाकुड़ः 47 हजार 403 हेक्टेयर

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