दुमकाः जिले में आज तड़के आई तेज आंधी में एक झोपड़ी गिर गई. इससे झोपड़ी के अंदर सो रहे वृद्ध किसान बसंत मांझी की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के बाद घर में मातम पसर गया है.
दुमका में तेज आंधी का कहर, दीवार में दबकर वृद्ध किसान की मौत
दुमका में तेज आंधी ने एक बुजुर्ग की जान ले ली. घटना सरैयाहाट प्रखंड की है. तेज आंधी की वजह से घर की दीवर टूट गई, जिसमें दबने से एक शख्स की मौत हो गई.
क्या है पूरा मामलाःजिले के सरैयाहाट प्रखंड के धावाटांड़ गांव में आज तड़के आई तेज आंधी में एक झोपड़ी गिर गई. उस झोपड़ी की मिट्टी की दीवार के मलबे में बुजुर्ग किसान बसंत मांझी दब गया. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई.
मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रखंड के अधिकारीःझोपड़ी में दबकर किसान की मौत की जानकारी पाकर घटनास्थल पर हंसडीहा पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया. इसके साथ ही सरैयाहाट के प्रखंड के अधिकारी और कर्मी भी इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे हुए हैं जहां आगे की कार्रवाई चल रही है. हंसडीहा थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हमारी टीम पहुंची हुई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है.
बुधवार को हुई थी ओलावृष्टि और बारिश, सड़कों में जलजमावःहम आपको बता दें कि दुमका में बुधवार की दोपहर में ओलावृष्टि और तेज बारिश हुई थी. खासतौर पर ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ था. कई वाहनों के शीशे टूटे और कई घरों के छप्पर को नुकसान तो हुआ ही था, सबसे बड़ी समस्या यह थी कि तेज बारिश के बाद सही ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने की वजह से कई जगह सड़कों पर जलजमाव हो गया. कहीं कहीं तो एक से डेढ़ फीट तक पानी जमा हो गया. जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हुई. लोगों का कहना है कि शहरी क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं है. इसका खामियाजा इस तरह की बारिश के बाद उठाना पड़ता है. प्रशासन को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए.