दुमका: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो अपनी टीम के साथ दुमका आये हुए हैं. टीम जिला में दो नाबालिग लड़कियों की हत्या के मामले में पहुंची है. यहां आकर टीम ने दोनों मृत लड़कियों के परिजनों से मुलाकात की. टीम ने पहले पेट्रोल कांड की शिकार नाबालिग के घर पहुंच उसके परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद वे रानीश्वर प्रखंड के लिए रवाना हो गए. जहां की रहने वाली आदिवासी लड़की से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई है.
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दुमका प्रशासन पर भड़के NCPCR के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो, कहा- नहीं मिल रहा सहयोग
दुमका में नाबालिग लड़कियों की हत्या के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची. आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो अपनी टीम के साथ दुमका पहुंचे. जहां वे प्रशासन पर भड़के और सहयोग न करने का आरोप लगाया.
नाराज हुए NCPCR के चेयरमैन:जब वे रानीश्वर प्रखंड में पीड़ित परिवार घर पहुंचे तो देखा कि मृतका के माता-पिता घर में नहीं थे. उन्हें पता चला कि कोई गाड़ी में बैठा कर उन्हें अपने साथ ले गया है. इस पर आयोग के अध्यक्ष भड़क उठे. उन्होंने प्रशासन पर सहयोग न करने का आरोप लगाया और इससे संबंधित ट्वीट भी किया (Priyank Kanungo Tweet). उनका कहना था कि 'हमने स्थानीय कलेक्टर को अपने आने की और पीड़ित परिवारों से मिलने की सूचना दे रखी थी. इसके बावजूद उनके द्वारा सहयोग नहीं मिला.' बाद में वे सर्किट हाउस पहुंचे और वहां मौजूद अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई.
कहां थे मृतक के परिजन:दरअसल, जिस वक्त आयोग की टीम रानीश्वर प्रखंड पीड़िता के घर पहुंची, उसके पहले ही दुमका बंद का आह्वान करने वाले उन्हें अपने साथ ले गए थे और लोगों से बंद की अपील कर रहे थे.