दुमका: केंद्रीय कारा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे नक्सली मनोज देहरी की दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मनोज देहरी की उम्र 60 वर्ष थी. उसे रविवार को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था, जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई. दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने नक्सली मनोज देहरी की मौत की पुष्टि की है.
आजीवन कारावास की सजा काट रहे नक्सली मनोज देहरी की मौत, 26 अप्रैल 2008 से जेल में था बंद
दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान आजीवन कारावास की सजा काट रहे नक्सली मनोज देहरी की मौत हो गई. मनोज दुमका के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के मधुबन गांव का रहने वाला था और 26 अप्रैल 2008 से वह केंद्रीय कारा में बंद था.
2008 से जेल में था बंद
मनोज दुमका के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के मधुबन गांव का रहने वाला था. उसके परिजनों की मानें तो 26 अप्रैल 2008 से वह केंद्रीय कारा में बंद था. नक्सली हिंसा के मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी.
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परिजनों का क्या कहना है
डीएमसीएच पहुंचे मनोज देहरी के परिजनों का कहना है कि कल रात फोन कर जानकारी दी गई कि उनकी तबीयत खराब है, जिसके बाद हमलोग मौके पर पहुंचे, लेकिन हमें मिलने नहीं दिया गया, बाद में उसकी मौत हो गई. परिजन यह जानना चाह रहे हैं कि आखिरकार उन्हें मिलने क्यों नहीं दिया गया.
क्या कहते हैं एसपी
एसपी अंबर लकड़ा ने फोन पर बताया कि नक्सली मनोज देहरी की मौत दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गई है. मौत की वजह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह बीमार चल रहा था.